राज्य के 14.66 लाख किसानों को 11,640 करोड़ का भुगतान
कस्टम मिलिंग के लिए तेजी से हो रहा धान का उठाव: अब तक 35.77 लाख मीट्रिक टन का हुआ उठाव
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के मार्गदर्शन में प्रदेश के किसानों से धान खरीदी महाभियान के तहत समर्थन मूल्य पर अब तक 58 लाख मीट्रिक टन से अधिक धान की खरीदी हो चुकी है। गौरतलब है कि राज्य सरकार इस वर्ष 110 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी का लक्ष्य रखा है। एक नवम्बर से अब तक धान खरीदी लक्ष्य के विरूद्ध में 50 प्रतिशत से भी अधिक धान की खरीदी हो चुकी है। धान खरीदी के एवज में राज्य के 14.66 लाख किसानों को 11,640 करोड़ रूपए का भुगतान बैंक लिंकिंग व्यवस्था के तहत किया गया है।
पिछले वर्ष की तरह इस वर्ष भी धान खरीदी के साथ-साथ कस्टम मिलिंग के लिए निरंतर धान का उठाव जारी है। अब तक 45 लाख मीट्रिक टन से अधिक धान के उठाव के लिए डीओ जारी किया गया है, जिसके एवज में मिलर्स द्वारा 35 लाख 77 हजार मीट्रिक टन धान का उठाव किया जा चुका है।
खाद्य विभाग के सचिव श्री टोपेश्वर वर्मा ने बताया कि इस साल राज्य में 25.92 लाख किसानों का पंजीयन हुआ है, जिसमें लगभग 2.26 लाख नये किसान शामिल हैं। राज्य में धान खरीदी के लिए 2600 उपार्जन केन्द्र बनाए गए हैं। सामान्य धान 2040 रूपए प्रति क्विंटल तथा ग्रेड-ए धान 2060 रूपए प्रति क्विंटल की दर से खरीदा जा रहा है। राज्य में धान खरीदी की व्यवस्था पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। सीमावर्ती राज्यों से धान के अवैध परिवहन को रोकने के लिए चेक पोस्ट पर माल वाहकों की चेकिंग की जा रही है।
अधिकारियों ने बताया कि आज 19 दिसम्बर को लगभग 57 हजार से अधिक किसानों से 2 लाख मीट्रिक टन से अधिक धान की खरीदी की गई है, इसके अलावा ऑनलाइन प्राप्त टोकन के जरिए किसानों से 55 हजार टन से अधिक धान की भी खरीदी हुई हैं। आगामी दिवस की धान खरीदी के लिए 77,124 टोकन तथा टोकन तुंहर हाथ एप के जरिये 18,269 टोकन ऑनलाइन जारी किए गए हैं।