छत्तीसगढ़ योग आयोग द्वारा यूनिसेफ के सहयोग से गर्भवती महिलाओं के लिए विशेष योगाभ्यास कार्यक्रम चलाया जाएगा। जिसकी शुरूआत कोंडागांव जिले से होगी। इसके साथ ही गांवों और नगरीय क्षेत्रों में रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के उद्देश्य से आम नागरिकों को योग प्रशिक्षकों द्वारा योग प्रशिक्षण दिया जाएगा। गांवों में योग प्रशिक्षक गोठानों में योगाभ्यास कराने के साथ लोगों को अपनी प्राचीन संस्कृति और परम्पराओं से भी अवगत कराएंगे। छत्तीसगढ़ योग आयोग के अध्यक्ष श्री ज्ञानेश शर्मा की अध्यक्षता में राजधानी में आयोजित योग प्रभारियों की एक दिवसीय बैठक में यह बातें बताई गयी।
योग प्रशिक्षकों को संबोधित करते हुए अध्यक्ष श्री ज्ञानेश शर्मा ने कहा कि सभी लोगों की दिन-चर्या में योग को शामिल कर उन्हें स्वस्थ जीवनशैली प्रदान करना योग आयोग की प्राथमिकता है, जिसके लिए निरंतर और सक्रियता से प्रयास करते रहें। योग आयोग द्वारा कोरोना संक्रमण को देखते हुए लोगों में रोग-प्रतिरोधक क्षमता का विकास करने के लिए वर्चुअल योगाभ्यास कार्यक्रम का आयोजन आयोग के फेसबुक पेज और यू-ट्यूब चैनल के माध्यम से किया जा रहा है। जिसके लगभग 160 सत्र आयोजित हो चुके हैं। बैठक में आयोग के सदस्यगण बिलासपुर के श्री रविन्द्र सिंह, कवर्धा के श्री गणेश योगी, सुकमा के श्री राजेश नारा, सचिव श्री एम.एल पाण्डे और सभी 28 जिलों और 146 विकासखंडों के योग प्रभारी उपस्थित थे।
बैठक के प्रारंभ में योग आयोग के अध्यक्ष और सदस्यगणों ने सभी विकासखंड और जिला योग प्रभारियों का परिचय प्राप्त करते हुए उन्हें आयोग द्वारा चलाये जाने वाले विभिन्न कार्यक्रमों की जानकारी दी और उनसे सुझाव प्राप्त किए। बैठक में बताया गया कि आयोग द्वारा योग प्रशिक्षकों के लिए संभाग स्तरीय 7 दिवसीय आवासीय योग शिविर का आयोजन किया जाएगा। इसके साथ ही नगरीय निकायों में भी योग शिविर लगाए जायेंगे। इस अवसर पर योग विशेषज्ञों, प्रशिक्षकों और विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों से नगर-निगम रायपुर के 70 वार्डों में योगाभ्यास केंद्र बनाने के संबंध में भी चर्चा की गई।