कोरोना में अपने पति को खो बैठी नफीसा खातून ने कभी सोचा भी नहीं था कि बेसहारा होने के बाद उन्हें शासन की कल्याणकारी योजना से जुड़कर जिंदगी को फिर से संवारने का मौका मिलेगा। कोरोना महामारी में अपने पति खो चुकी नफीसा को महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा संचालित सक्षम योजना का लाभ मिल गया है। बुरे वक्त से गुजर रही नफीसा की भी इच्छा है कि वह अपने पैरों पर खड़ा हो सके और आने वाले दिनों में अपने मासूम बच्चे का भविष्य बना सके।
कोरोना महामारी से प्रभावित प्रभावित परिवारों का सर्वे के दौरान जब नफीसा खातून के बारे में जानकारी लगी तो जिला प्रशासन द्वारा महिला एवं बाल विकास विभाग के माध्यम से अपना पति खो चुकी महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए सक्षम योजना के लाभ बताकर ऋण राशि प्रदाय की जा रही है। इसी कड़ी में ग्राम दतिमा विकासखंड सूरजपुर की निवासी नफीसा खातून को भी जिला प्रशासन की पहल पर सहयोग मिला है। वह बताती हैं कि पति बिजली मिस्त्री का काम करते थे। कोरोना महामारी के कारण पति सिवतैन रजा की मृत्यु हो गई। पति की मृत्यु के बाद वह बेसहारा हो गई। उसका 4 साल का बेटा भी है। ऐसे विपरीत समय मे महिला एवं बाल विकास विभाग की टीम जब सर्वे के दौरान नफीसा खातून के पास पहुंची और उसकी आपबीती सुनी तो उन्हें ढांढस बांधते हुए सक्षम योजना का लाभ बताया। नफीसा अपने पैर में खड़ा होना चाहती थी।

 

उन्होंने अपनी सहमति व्यक्त करते हुए तत्काल फार्म भरकर योजना का लाभ लेना चाहा। आखिरकार योजना की स्वीकृति के पश्चात उन्हें कलेक्टर के हाथों 1 लाख रुपए की ऋण राशि प्रदान किया गया। यहीं नहीं उसके बच्चे को छत्तीसगढ़ शासन की महत्वपूर्ण योजना महतारी दुलार योजना के अंतर्गत निःशुल्क शिक्षा प्रदान करने आवेदन पत्र भराया गया है। सक्षम योजना की राशि से नफीसा खातून अपने छोटे भाई के सहयोग से हाट बाजारों में कपड़े का व्यवसाय करती हैं, जिससे एक माह में ही 16 हजार तक का लाभ प्राप्त कर चुकी हैं। नफीसा ने विपरीत समय में जिला प्रशासन के सहयोग की तारीफ करते हुए सक्षम योजना से राशि प्रदान करने के लिए शासन का भी आभार व्यक्त किया है। उन्होंने बताया कि स्व-रोजगार के लिए राशि मिलने के बाद वह अपना और अपने बेटे के आगे का भविष्य तैयार कर पाएगी।

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