रायपुर में मर्डर के तीन आरोपी 90 दिनों से फरार है। इस मामले में सिंधी समाज की महिलाओं ने राजेंद्र नगर पुलिस थाने में जमकर बवाल मचाया है। इसका वीडियो सामने आया है जिसमें महिलाएं आरोप लगा रही है कि यदि मंत्री के बेटे को खरोंच आई होती तो आरोपी को पुलिस तुरंत पकड़ लेती। लेकिन गरीब की कोई सुनवाई नहीं है। आरोपियों का पुलिस को कुछ अता-पता नहीं है। वे फरार है। इस हंगामे के दौरान राजेंद्र नगर थाना प्रभारी और अन्य स्टाफ महिलाओं को समझाते रहे। लेकिन महिलाएं टस का मस नहीं हुईं। कुछ देर बाद मृतक के परिजनों ने थाने के सामने सड़क पर धरना भी दे दिया। हालांकि उच्चाधिकारियों के बीच बचाव के बाद मामला शांत हुआ। SSP ने जांच टीम बनाने के दिए निर्देश इस मामले में सिंधी समाज के नेताओं के साथ महिलाएं रायपुर SSP डॉ. डॉक्टर लाल उम्मेद सिंह से मुलाकात की। जिसके बाद एसएसपी ने फौरन इस मामले में एंटी क्राइम यूनिट के अफसरों के नेतृत्व में जांच टीम बनाने के निर्देश दिए है। जांच टीम बनने के बाद अफसरों ने परिजनों को आश्वासन दिया है कि पुलिस अब गंभीर तरीके से खोजबीन करते हुए इस मामले में फरार सभी आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करेगी। क्या था पूरा मामला…जानिए… महावीर नगर निवासी यश शर्मा (20) सिंधी समाज में पंडिताई का काम करता है। यश की चाची वंशिका शर्मा ने दैनिक भास्कर को बताया कि, घटना 13 अक्टूबर की है। यश शर्मा को उसके दोस्त यश खेमानी ने फोन किया और पार्टी करने की बात कही। इसके बाद यश खेमानी कार लेकर तेलीबांधा के पास पहुंच और यश शर्मा को साथ ले गया। पढ़ें पूरी खबर दोस्त के बारे में पूछा, मना करने पर पीटा कार में यश खेमानी के अलावा तुषार पंजवानी, तुषार पाहुजा और चिराग पंजवानी भी बैठे हुए थे। चारों ने यश शर्मा से उसके एक अन्य दोस्त तुषार तोलानी के बारे में पूछा कि वह कहां है। इस पर यश ने उसके बारे में जानकारी नहीं होने की बात कही। इसके बाद आरोपियों ने रिंग रोड के पास एक कैफे के बाहर कार रोक दी। आरोप है कि उन्होंने गाली-गलौज करते हुए यश को पीटना शुरू कर दिया। घायल यश के पुलिस को दिए बयान में लिखा है कि इस दौरान उसे बांस के डंडे से बेरहमी से मारा गया। शगुन फॉर्म में कमरा बुक कर किडनैप किया रात 2 बजे हुई इस मारपीट के बाद यश बेहोश हो गया। इसके बाद आरोपी उसे कार में डालकर मेकाहारा अस्पताल ले गए। वहां बहाना बताकर डॉक्टर से दर्द की दवाई ली। फिर सुबह करीब 7 बजे VIP रोड स्थित शगुन फॉर्म के कमरा नंबर 107 में पहुंचे। वहां उन्होंने दो दिनों तक यश को बंधक बनाकर रखा। इस बीच भी आरोपियों ने उसके साथ मारपीट की। लात-घूसों से उसके छाती पर मारा। यश की चाची वंशिका ने बताया कि मारपीट से यश की हालत बिगड़ी तो आरोपी उसे चरोदा के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया। यश ने वहां से किसी तरह घर में फोन किया। आरोपियों ने उसे नाम और घटना न बताने की शर्त पर धमकी देते हुए घरवालों से बात करवाई। इसके बाद यश शर्मा ने डरकर घर वालों को एक्सीडेंट हो जाने का बहाना दिया। फिर घर आ गया। मलमूत्र के हिस्से अंदरूनी भागों में फैले परिजनों के मुताबिक, यश को शरीर के अंदरूनी हिस्सों में गंभीर चोटें आई थी। घर में वह दर्द में कहरा रहा था। उसने खाना पीना बंद कर दिया। यश की दादी को चिंता हुई तो उन्होंने परिवार के अन्य लोगों को बताया। फिर उसे इलाज के लिए AIIMS लेकर गए। वंशिका ने बताया कि, डॉक्टरों ने जानकारी दी है कि यश के शरीर के अंदर के सीने और पेट के हिस्से की अंतड़ियां फैल गई है। उसके मल-मूत्र की जगह में भी ब्लॉकेज हुआ है। जिससे मल का कुछ हिस्सा शरीर में भी फैल गया है और इंफेक्शन हो गया है। डॉक्टरों से जानकारी मिलने के बाद घरवालों ने यश से सच बताने को कहा। इसके बाद यश ने AIIMS में ही परिजनों को सारी जानकारी दी। आरोपियों ने सिगरेट से उसकी कलाइयों को कई जगह जलाया है। जिससे हाथों में फफोले हो गए हैं। AIIMS से वारदात की जानकारी मिलने पर पुलिस पहुंची और होश आने पर यश का बयान दर्ज किया था। उसने होटल के कमरे में दर्द खत्म करने के लिए जबरन शराब पिलाने की भी बात कही थी। यश की हो गई मौत
करीब 90 दिनों तक अस्पताल में इलाज के बाद यश की मौत हो गई। जिसके बाद परिजनों में बड़ी नाराजगी है। वंशिका ने बताया कि यश शर्मा के पिता राजकुमार शर्मा की मौत हो चुकी है। उसकी मां अलग रहती है। यह अपनी दादी के साथ रहता है। उसके ऊपर घर की जिम्मेदारी है, इसलिए वह सिंधी शादियों में पूजा पाठ का काम करता है। इस मामले में पीड़ित के परिजनों ने अन्य आरोपियों की भी जल्द गिरफ्तारी की मांग की है। एक आरोपी हुआ है गिरफ्तार इस मामले में पुलिस ने दिसम्बर महीने में बेंगलुरू से एक आरोपी को गिरफ्तार किया था। आरोपी वारदात के बाद करीब डेढ़ महीने से पुलिस से बचते हुए छिप रहा था। लेकिन पुलिस ने एक आरोपी तुषार पाहुजा की लोकेशन ट्रेस कर उसे गिरफ्तार कर लिया है। तुषार गली नंबर 7 तेलीबांधा का रहने वाला है। इस मामले में तीन अन्य आरोपी भी फरार है जिसकी पुलिस तलाश कर रही है। सभी आरोपियों के खिलाफ किडनैपिंग और मर्डर का मामला दर्ज है।