प्रदेश में 24 अगस्त से 28 सितम्बर तक शिशु संरक्षण माह का आयोजन किया जाएगा। इस दौरान प्रत्येक मंगलवार व शुक्रवार को शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे के बीच बच्चों के स्वास्थ्य संवर्धन संबंधी विशेष अभियान चलाया जाएगा। इस दौरान बच्चों के स्वास्थ्य सुधार के लिए स्वास्थ्य केन्द्रों और आंगनबाड़ियों में विभिन्न गतिविधियों का आयोजना किया जाएगा, जिसमें स्वास्थ्य, महिला एवं बाल विकास तथा शिक्षा विभाग आपसी समन्वय से काम करेंगे।
अभियान के तहत बच्चों को रतौंधी और एनीमिया से बचाव के लिए विटामिन-ए तथा आयरन फोलिक एसिड सिरप पिलाया जाएगा। बच्चों में कुपोषण के आंकलन के लिए उनका वजन लिया जायेगा और पालकों को बच्चों की आयु के अनुरूप पोषण आहार की जानकारी दी जाएगी। इस दौरान आंगनबाड़ियों में भी हितग्राहियों को पूरक पोषण आहार उपलब्ध कराया जाएगा। इसके साथ ही अति गंभीर कुपोषित बच्चों कोे चिन्हित कर पोषण पुनर्वास केन्द्रों में भेजा जाएगा, जिससे पुनर्वास केन्द्र में समुचित देखभाल, पोषण आहार और उपचार से बच्चे को कुपोषण मुक्त किया जा सके। शिशु संरक्षण माह के तहत एएनएम और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा परिवार भ्रमण के दौरान गर्भवती माताओं एवं बच्चों को परामर्श भी दिया जायेगा।
कार्यक्रम के सफल संचालन के लिए नियमित टीकाकरण कार्यक्रम तथा शिशु संरक्षण माह हेतु गठित जिलास्तरीय टास्क फोर्स को विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। साथ ही इस दौरान आयोजित गतिविधियों में कोविड-19 से बचाव के लिए दिशा-निर्देशों का पालन करने कहा गया है।