मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने 05 फरवरी से शुरू हो रहे राजिम माघी पुन्नी मेला और शिवरीनारायण मेला की प्रदेशवासियों को बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। श्री बघेल ने कहा है कि छत्तीसगढ़ के प्रयागराज के रूप में प्रसिद्ध राजिम में हर साल आयोजित होने वाला राजिम माघी पुन्नी मेला छत्तीसगढ़ की आस्था का प्रतीक है। महानदी, पैरी और सोंढूर नदियों के पवित्र त्रिवेणी संगम पर सदियों से इस मेले का आयोजन होता है। इस मेले में छत्तीसगढ़ की धार्मिक परंपराओं के साथ-साथ लोक संस्कृति के दर्शन होते हैं। बड़ी संख्या में आसपास के राज्यों के लोग भी श्रद्धापूर्वक इस मेले में शामिल होते हैं। राज्य सरकार ‘राजिम माघी पुन्नी मेला‘ को उसके मूल स्वरूप में आयोजित कर छत्तीसगढ़ की गौरवशाली सांस्कृतिक परम्पराओं को संरक्षित और संवर्धित करने का प्रयास कर रही है। श्री बघेल ने कहा कि राजिम की तरह माघ पूर्णिमा के अवसर पर शिवरीनारायण में भी महानदी, शिवनाथ और जोंक नदी के पावन संगम पर मेले का आयोजन होता है। इस मेले में भी लोग बड़ी श्रद्धा और आस्था के साथ शामिल होते हैं। उन्होंने महानदी के तट पर सिरपुर में माघी पूर्णिमा के दिन से शुरू हो रहे सिरपुर महोत्सव की भी शुभकामनाएं प्रदेशवासियों को दी है।