छत्तीसगढ़ में युवाओं को नये उद्योग और व्यवसाय स्थापित करने के लिए बेहतर अवसर और सुविधाएं दी जा रही है। राज्य के शिक्षित बेरोजगारों को कौशल उन्नयन प्रशिक्षण देकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए स्व-रोजगार योजनाओं के जरिये बीते तीन सालों में 4504 युवा उद्यमियों को को उद्योग लगाने के लिए ऋण और अनुदान दिया गया है।
उद्योग विभाग के अधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री युवा स्व-रोजगार योजना में 1049 युवाओं को 1944.95 लाख रूपए के ऋण नये व्यवसाय और उद्योग स्थापित करने के लिए दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि इन युवाओं को 358.47 लाख रूपए का दिया गया है। इसी प्रकार प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के तहत 3455 युवाओं को नए उद्यम और व्यवसाय प्रारंभ करने के लिए बैंक ऋण उपलब्ध कराते हुए 7249.39 लाख रूपए के अनुदान उपलब्ध कराया गया है। इसके अलावा नये उद्यमियों को छत्तीसगढ़ की औद्योगिक नीति के तहत विभिन्न रियायतें, छूट का लाभ भी दिया जा रहा है। नये उद्यमियों को उद्यम स्थापित करने के लिए व्यवसायिक प्रशिक्षण एवं उद्योगों के संचालन से जुड़ी जानकारियों भी दी जा रही है।