आठ सौ से अधिक स्कूली विद्यार्थियों ने दी राष्ट्रीयता से ओत-प्रोत प्रस्तुतियाँ, पुरस्कार भी मिले

शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मठपुरैना को मिला प्रथम पुरस्कार

स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर रायपुर में आयोजित मुख्य समारोह में आज आठ सौ से अधिक स्कूली छात्र-छात्राओं ने आकर्षक सांस्कृतिक कार्यक्रम का प्रदर्शन किया। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के समक्ष इन बच्चों में पहली प्रस्तुति कृष्णा पब्लिक स्कूल तुलसी के 190 बच्चों द्वारा देश भक्ति गीत पर प्रस्तुत किया गया। नृत्य करने वालें छात्र/छात्रायें सफेद, नारंगी एवं हरे रंग के गणवेश धारण किए हुए थे, जो भारत के राष्ट्रीय ध्वज के रंगों का प्रतिनिधित्व करते है। गीत के शब्दों और रंगों के माध्यम से नृत्य करने वाले और दर्शक देशभक्ति की भावना को महसूस कर सकते है और भारत के प्रति अपने प्रेम और सम्मान को व्यक्त कर सकते है। यह नृत्य देश की एकता और अखंडता को बनाए रखने के लिए प्रेरित करता है और देश के प्रति बलिदान और सेवा की भावना को जगाता है।

कार्यक्रम में दूसरी प्रस्तुति जे.आर.दानी शास.क.उ.हि.मा. विद्यालय रायपुर के 210 बच्चों द्वारा हरेली तिहार और कर्मा गीत पर नृत्य की प्रस्तुति दी गई। यह नृत्य छत्तीसगढ़ का सबसे पहला त्यौहार हरेली त्यौहार को प्रदर्शित करता है। हरेली त्यौहार छत्तीसगढ़ के किसानों के द्वारा खेतों में अच्छी फसल एवं छत्तीसगढ़ की समृद्धि की कामना हेतु मनाया जाता है। इस त्यौहार में किसानों के द्वारा खेतों में उपयोग किये जाने वाले औजार जैसे हल, बख्खर, कुदारी एवं अन्य औजारों में छत्तीसगढ़ी व्यंजन चीला रोटी का भोग लगाते हुए पूजा-अर्चना करते है साथ ही सभी किसान भाई मिलजुल कर खुशियां मनाते है।

तीसरी प्रस्तुति स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल फाफाडीह के 220 बच्चों द्वारा देश भक्ति गीत पर हुई। यह नृत्य राष्ट्रीय गौरव की अभिव्यक्ति है, जो देश की स्वतंत्रता और आजादी का जश्न मनाते है। विद्यार्थियों का यह प्रदर्शन लोगों में एकता और देशभक्ति की भावना को प्रबल करता है, जो स्वतंत्रता संग्राम और देश के प्रति साझा पहचान को मजबूत करता है। ये लोगों को राष्ट्रीय कर्तव्यों की याद दिलाता है।

शासकीय उच्च माध्य. विद्यालय मठपुरैना के 210 बच्चों द्वारा छत्तीसगढ़ी गीत पर चौथी प्रस्तुति दी। सम्पन्न और सुसंस्कृत छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक, साहित्यिक एवं आध्यात्मिक धरोहर का बखान इस गीत नृत्य के द्वारा प्रस्तुत किया गया। सोनाखान की धरती, वीर सपूतों का बलिदान, कौशिल्या माता की जन्मभूमि, भगवान राम जी का ननिहाल, धान का कटोरा की से, जीवन्त किया। इस नृत्य के माध्यम से बच्चों ने बस्तर की सांस्कृतिक छटा भी बिखेरी।

मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति के बाद उत्कृष्ट कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाले छात्र-छात्राओं के दलों को पुरस्कृत किया और उनकी हौसला अफजाई की। पहला पुरस्कार शासकीय उच्च माध्य. विद्यालय मठपुरैना के विद्यार्थियों को मिला। दूसरा पुरस्कार कृष्णा पब्लिक स्कूल तुलसी और तीसरा पुरस्कार जे.आर.दानी शास.क.उ.हि.मा. विद्यालय के विद्यार्थियों को दिया गया। स्वामी आत्मानंद इंगलिश मीडियम स्कूल  फाफाडीह के विद्यार्थियों को उनकी मोहक प्रस्तुति के लिए सांत्वना पुरस्कार दिया गया।

बैगपाइपर बैंड की प्रस्तुति रही आकर्षण का केन्द्र-
राजधानी रायपुर में आयोजित हो रहे हैं स्वतंत्रता दिवस के मुख्य समारोह में छत्तीसगढ़ बैगपाइपर बैंड का प्रदर्शन किया गया। बैगपाइपर बैंड ने बैगपाइपर, साइड ड्रम, टेनर, बेस ड्रम जैसे वाद्ययंत्रों के साथ अपनी मनमोहक धुनी से भरी प्रस्तुति दी। बैगपाइपर बैंड की प्रस्तुति में शांति सेना, क्विक मार्च, कुमाऊँनी, रोज़ा कश्मीरी, थर्सवे, वैली ऑफ ग्रीन एवं सारे जहाँ से अच्छा३ की धुन शामिल रही। मरून और सफेद वेशभूषा ने बैंड का और भी आकर्षक बनाया। इस वेशभूषा का हिस्सा कैप हैक्क, टाई, शार्ट कोट, कमर पट्टी, शर्ट पैंट, स्कर्ट और लाइन यार्ड रहे। बैगपाइपर बैंड के मनोरम धुनों ने सभी को अपनी ओर आकर्षित किया। ग़ौरतलब है कि छत्तीसगढ़ पुलिस बैगपाइपर बैंड का गठन दिसंबर 2022 में किया गया है। यह बैगपाइपर बैंड छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल की प्रथम बटालियन भिलाई में संचालित है।  बैगपाइपर बैंड का नेतृत्व कमांडर महिला आरक्षक सोनबती ठाकुर एवं आरक्षक हितेश कुमार साहू ने किया। प्रदर्शन में 20 महिला और 20 पुरुष शामिल रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *