बेमौसम बारिश लगातार कहर ढा रही है। गुरुवार को बुंदेलखंड और मध्य यूपी में भारी बारिश और बिजली की चपेट में आकर 20 लोगों की मौत हो गई। सबसे ज्यादा इटावा में सात बच्चों समेत 10 लोगों की जान चली गई।

बेमौसम बारिश लगातार कहर ढा रही है। गुरुवार को बुंदेलखंड और मध्य यूपी में भारी बारिश और बिजली की चपेट में आकर 20 लोगों की मौत हो गई। सबसे ज्यादा इटावा में 10 लोगों की जान चली गई जबकि झांसी, हरदोई, हमीरपुर, कानपुर नगर व देहात में एक-एक, उन्नाव में दो और बांदा में तीन लोग बारिश की भेंट चढ़ गए।

सबसे दर्दनाक हादसा इटावा में हुआ, जहां भारी बारिश के चलते चार स्थानों पर दीवारें गिरने से सात बच्चों समेत दस की मौत हो गई। यहां चंद्रपुरा गांव में टीन शेड के नीचे अपनी दादी के साथ सो रहे पांच मासूमों पर दीवार ढह गई। आसपास अफरा-तफरी मच गई। ग्रामीण उन्हें अस्पताल ले गए जहां चार बच्चों को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया जबकि एक की हालत गंभीर बनी हुई है।

यहीं एक दूसरी घटना में घटिया अजमत अली मोहल्ले में दीवार ढहने से पूरा परिवार मलबे में दब गया। तीन भाई-बहनों की मौत हो गई। उधर, इकदिल थाना क्षेत्र में नेशनल हाईवे पर पेट्रोल पंप की दीवार पास में बनी झोपड़ी पर गिर गई। जिसमें सो रहे पति-पत्नी की मौत हो गई जबकि चौथा हादसा इटावा के बकेवर के गांव अंदावा में हुआ, जहां छप्पर के नीचे सो रहे अधेड़ की जान चली गई।

बुन्देलखंड में भी भारी तबाही

बारिश का प्रकोप बुन्देलखंड में भी देखने को मिला जहां पांच लोगों की मौत हो गई। बांदा में एक जगह दीवार गिरने से किसान की जान चली गई जबकि यहां एक दूसरी घटना में बिजली गिरने से दो लोगों की मौत हो गई। इसी तरह हमीरपुर के मुस्करा में दीवार गिरने से एक की मौत की सूचना है जबकि झांसी में दो मंजिला मकान गिरने से तीन लोग दब गए, जिसमें एक की मौत हो गई।

उरई में तो हालात ये थे कि यहां मलंगा नाले से आई बाढ़ में फंसे 80 लोगों का पुलिस को आधी रात में रेस्क्यू करना पड़ा। ललितपुर में भी एक मकान क्षतिग्रस्त हुआ। इसके अलावा कानपुर नगर के बिधनू में बिजली गिरने से एक की मौत हो गई। कानपुर देहात में भी डेढ़ दर्जन घरों के जमींदोज होने की सूचना है। यहां क्योंट्रा गांव में एक बच्चे की मौत हो गई। उन्नाव में भी आधा दर्जन कच्चे घर ढह गए। जिसमें एक वृद्ध और एक युवक की मौत हो गई। हरदोई के सांडी में मवेशी चराने निकले किसान की बिजली गिरने से मौत हो गई।

50 मिनट तक ठप रहा दिल्ली-हावड़ा रूट 

बुधवार की देर रात से आकाशीय बिजली के तांडव से इटावा में रेलवे का ओएचई पिलर भी अछूता नहीं रहा। गुरुवार सुबह इस पर बिजली गिरने से तेज स्पार्किंग होने के कारण दिल्ली हावड़ा रूट 50 मिनट तक ठप रहा शताब्दी व राजधानी सहित कई ट्रेनें जहां की तहां खड़ी हो गई। ओएचई पिलर दुरुस्त होने के बाद ही ट्रेनों का संचालन शुरू हो सका। ओएचई पिलर पर आकाशीय बिजली गिरने की घटना के बाद रेलवे में हड़कंप मचा रहा।

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