कलेक्टर श्री विजय दयाराम के. व जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती रीता यादव के मार्गदर्शन में मिलेट फसल को प्रोत्साहन देने हेतु कृषि विभाग द्वारा रागी का फसल लगाया जा रहा है। कलेक्टर ने रागी फसल लगाने हेतु विशेष पहल करते हुए कृषि विभाग के समस्त मैदानी अमलों की बैठक कर विशेष कार्ययोजना तैयार करते हुए, जिले में 2000 हेक्टेयर में रागी फसल लगाने हेतु रकबा चिन्हांकित करने के निर्देश दिये थे, जिसके बाद कृषि विभाग द्वारा भूमि चिन्हांकित कर रागी फसल लगाने का कार्य प्रारंभ कर दिया गया है।
रागी में कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, प्रोटीन, पोटैशियम और कैल्शियम जैसे कई जरूरी पोषक तत्वों से समृद्ध होता है, जो मधुमेह, रक्तचाप जैसे रोगों की रोकथाम हेतु सहायक होता है, रागी अनाज में अमीनों अम्ल मेथोनाईल पाया जाता है, जो कि स्टार्च की प्रधानता वाले भोज्य पदार्थों में नहीं पाया जाता है, रागी से इडली, डोसा, आलू पराठा, रोटी, रागी माल्ट, बिस्कुट, खीर, लड्डू जैसे विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थ बनाये जाते हैं।