अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन ने कहा, “द्वितीय विश्व युद्ध के बाद से ऐसा कुछ नहीं हुआ है। मुझे पता है कि बहुत से लोगों ने सोचा होगा कि मैं बढ़ा-चढ़ाकर बोल रहा हूं। लेकिन हमारे पास डेटा है।”

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने ने शुक्रवार को वॉशिंगटन में डेमोक्रेटिक फंडरेजर कार्यक्रम में कहा, “युद्धग्रस्त देश के राष्ट्रपति रूस के हमले से पहले यह सुनना भी नहीं चाहते थे कि मॉस्को आक्रमण करने की तैयारी में है।”

बाइडेन ने कहा, “द्वितीय विश्व युद्ध के बाद से ऐसा कुछ नहीं हुआ है। मुझे पता है कि बहुत से लोगों ने सोचा होगा कि मैं बढ़ा-चढ़ाकर बोल रहा हूं। लेकिन हमारे पास डेटा है। वह (रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन) सीमा से बाहर जाने वाले थे, इसकी भी जानकारी थी। वहीं जेलेंस्की यह सुनना भी नहीं चाहते थे।”

‘युद्ध में हर दिन यूक्रेन के 100-200 सैनिक मारे गए’
यूक्रेन के राष्ट्रपति के सलाहकार मिखाइलो पोडोलियाक ने कहा है कि रूस के हमले में हर दिन यूक्रेन के 100 से 200 सैनिक मारे गए हैं और पश्चिमी देशों से अत्याधुनिक हथियार मिलने पर ही रूस के खिलाफ बेहतर जवाबी कार्रवाई हो पाएगी। उन्होंने कहा कि यूक्रेन के पास हथियार रहने से हताहतों की संख्या कम होगी और रूस भी बातचीत की मेज पर आने के लिए मजबूर होगा।

पोडोलियाक ने कहा कि दोनों सेनाओं के बीच साजो सामान को लेकर भारी अंतर के कारण युद्ध में हर दिन यूक्रेन के 100 से 200 सैनिक मारे गए हैं। हाल में यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा था कि रोजाना 100 सैनिकों की मौत हुई है। पोडोलियाक ने कहा कि हताहत होने वालों की संख्या लगातार बढ़ती गई है। नुकसान के मद्देनजर पश्चिमी देशों को और हथियारों की आपूर्ति करनी चाहिए जो कि बेहतर हथियारों से लैस रूसी सैनिकों से सामना करने में यूक्रेन के सैनिकों के लिए काफी मददगार होगा।

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