छत्तीसगढ़ के पूर्व CM डॉ. रमन सिंह ने सीएम भूपेश बघेल द्वारा लगाए गए आरोपों पर पलटवार किया। उन्होंने कहा कि भूपेश जी, चिल्लाने, डायवर्ट करने से कोयला घोटाले, अवैध शराब की कमाई के पाप छिप नहीं जाएंगे।

छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह ने कांग्रेस के प्रदर्शन के दौरान सीएम भूपेश बघेल द्वारा लगाए गए आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा कि भूपेश जी, जोर-जोर से चिल्लाने, डायवर्ट करने से आपके कोयला घोटाले, अवैध शराब की कमाई के पाप छिप नहीं जाएंगे। आपने मुझ पर और मेरे परिवार पर जो भी झूठे आरोप लगाए हैं, उसमें एक रुपये का भी हेरफेर साबित करके दिखाएं। अगस्ता, चिटफंड, नान सहित अन्य मामले में एक रुपये का प्रमाण आप इकट्ठा कर लें तो मैं डॉ. रमन सार्वजनिक जीवन से संन्यास ले लूंगा। लेकिन आप इसके लिए भी तैयार रहें। आईटी के बाद ईडी आता है। ईडी आया, ईडी आया, आपके मन में भय कायम है। सच्चाई तो जनता के सामने आएगी। इस तथ्य को आप छिपा नहीं सकते।

दरअसल, नेशनल हेराल्ड केस में ईडी द्वारा सोनिया गांधी से पूछताछ की जा रही है। कांग्रेस ने इसके विरोध में गुरुवार को राजधानी रायपुर में प्रदर्शन किया। इस दौरान सीएम भूपेश बघेल ने डॉ. रमन सिंह पर नान, चिटफंड व पैनामा पेपर लीक पर निशाना साधा था। सीएम के आरोपों पर शुक्रवार को डॉ. रमन ने वीडियो जारी कर कहा कि ईडी ऑफिस के सामने आप और कांग्रेस के कार्यकर्ता प्रदर्शन कर रह थे। आश्चर्य होता है कि कोई कानून से ऊपर कैसे हो सकता है? सोनिया गांधी हो या राहुल गांधी, अपराध किया है तो पूछताछ होगी। डॉ. रमन ने कहा कि पूछताछ में बड़ा सामान्य सा प्रश्न है, जिसका जवाब उनको नोटिस में देना था। नेशनल हेराल्ड की प्रापर्टी कैसे यूथ इंडिया कंपनी में ट्रांसफर हुई और प्राइवेट लिमिटेड कंपनी कैसे बन गई। 50 लाख में करोड़ों रुपये के शेयर कैसे ट्रांसफर हो गए। आज यूथ इंडिया कंपनी के सिर्फ 2 शेयर होल्डर जीवित हैं, जो सोनिया गांधी और राहुल गांधी हैं। बाकी दो सदस्य मोतीलाल वोरा और फर्नांडीज जी नहीं रहे। 50 लाख में कैसे हजारों करोड़ों की कंपनी ट्रांसफर हो गई। इस सवाल का जवाब देना होगा।

नान मामले में टुटेजा और शुक्ला को बचा रहे 
डॉ. रमन ने कहा कि आप कल मेरे और मेरे परिवार पर नान, चिटफंड और पैनामा मामले में प्रश्न उठा रहे थे। भूपेश जी शायद आप भूल गए हैं कि इसे लेकर टीएस सिंहदेव के साथ आप सुप्रीम कोर्ट गए थे, जहां याचिका निरस्त कर दी गई। उन्होंने कहा कि जहां तक सवाल नान मामले का है तो मुझे लगता है कि आपकी याददाश्त कमजोर होती जा रही है। नान के मामले में वह पत्र गवाह है, जो मेरे पास मौजूद है। अनिल टुटेजा और आलोक शुक्ला के खिलाफ जांच करने आपने ईडी को लिखा था। वही ईडी जिसका आप विरोध कर रहे हैं और आज उसी नान के मामले में अभियुक्त अनिल टुटेजा और शुक्ला को बचाने आप प्रयास कर रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट जा रहे हैं।

डिप्टी सेक्रेटरी के घर दो बार पहुंच चुकी आईटी
डॉ. रमन ने कहा कि चिटफंड मामले में 3 साल 9 महीने हो गए। छत्तीसगढ़ की पुलिस और आपके सारे अधिकारियों ने जांच के बाद 40 से ज्यादा FIR दर्ज किए हैं। मेरे और अभिषेक के खिलाफ एक पैसे का मामला सामने नहीं आया। उन्होंने कहा कि भूपेश जी आपकी तकलीफ तो यह है कि आईटी डिपार्टमेंट के लोग आपके डिप्टी सेक्रेटरी के यहां दो बार पहुंच गए। शायद हिन्दुस्तान के इतिहास में कहीं नहीं होगा। 200 करोड़ की संपत्ति के लेन-देन का मामला आईटी ने जब्त किया है। इसका जवाब तो आपको देना पड़ेगा। डॉ. रमन ने कहा कि बात को जोर-जोर से बोल देने या डायवर्ट कर देने से काम नहीं चलेगा। छत्तीसगढ़ की जनता जानती है।

रेत और कोयले की अवैध कमाई कहां जा रहा 
डॉ. रमन सिंह ने कहा कि आज कोरबा में 25 रुपये प्रति टन से कोयले की नकदी इकट्ठा होता है, वह कहां जाता है। रेत की ‌अवैध कमाई का पैसा कहां जाता है। शराब की अवैध बिक्री का हिसाब कौन देखता है। बार-बार यह सवाल लोगों के सामने उठेंगे। आप भ्रम करने की स्थिति को छोड़िये और छत्तीसगढ़ की जनता को इन बातों की सच्चाई बताइये। डॉ. रमन ने कहा कि एक प्रश्न और करना चाहूंगा कि आप बोलते हैं कि सोनिया जी का बयान ईडी के सामने सार्वजनिक रूप से होना चाहिए। वहां मीडिया को रहना चाहिए। आपसे मैं प्रश्न पूछता हूं कि सुप्रीम कोर्ट में ईडी द्वारा चेटिंग की रिपोर्ट जमा की गई है। क्या आप सुप्रीम कोर्ट से आग्रह करेंगे कि चेटिंग की रिपोर्ट जिसे ईडी ने जमा किया है उसे सार्वजनिक कर दिया जाए। यदि हिम्मत है तो करके दिखाइये…।

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