दिल्ली के मंडावली में अल्ला कॉलोनी में मंदिर के अवैध निर्माण को तोड़ने को लेकर प्रशासन और स्थानीय लोगों के बीच ठन गई है.
नई दिल्ली:
दिल्ली के मंडावली इलाक़े में एक मंदिर की कथित अवैध ग्रिल को तोड़ने पहुंची पुलिस का कुछ हिन्दू संगठन विरोध कर रहे हैं. प्रशासन और स्थानीय लोगों के बीच तनातनी है. स्थानीय लोग प्रशासन की टीम को घेरकर धार्मिक नारे लगा रहे हैं. प्रशासन ने मौक़े पर पैरा मिलिट्री फ़ोर्स को बुला लिया है. फ़िलहाल पूरे इलाक़े में तनाव बना हुआ है. प्रशासन लोगों को समझाने की कोशिश कर रहा है.
मंडावली के अल्ला कॉलोनी में मंदिर के अवैध निर्माण को तोड़ने को लेकर प्रशासन और स्थानीय लोगों के बीच ठन गई है. पूर्व दिल्ली निगम के अधिकारियों का कहना है कि वो मंदिर तोड़ने नहीं, बल्कि मंदिर के बाहर जो रेलिंग अवैध तौर पर बनाई गई है, उसे तोड़ने आए हैं. लेकिन स्थानीय लोगों ने प्रशासन के लोगों को घेर लिया और धार्मिक नारे लगाने लगे, प्रशासन ने मौक़े पर पैरामिलिट्री फ़ोर्स को बुला लिया गया है. इलाक़े में तनाव बना हुआ है.
पूर्वी दिल्ली के मंडावली में हनुमान मंदिर के एक हिस्से को तोड़े जाने की कार्रवाई पर दिल्ली की पीडब्ल्यूडी(PWD) मंत्री आतिशी ने कहा कि मंडावली के मंदिर के अलावा 10 और मंदिरों को तोड़ने के आदेश दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने दिए हैं. धार्मिक स्ट्रक्चर तोड़ा जाना है या नहीं इसको लेकर रिलीजियस कमेटी सुझाव देती है. इस डिपार्टमेंट को उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया देख रहे थे. उन्होंने स्पष्ट सिफारिश की थी कि कोई भी डिमोलिशन नहीं होना चाहिए.
आतिशी ने बताया कि मनीष सिसोदिया को ओवररूल करते हुए उपराज्यपाल साहब ने डिमोलिशन के आदेश दिए और फाइल पर यह भी लिख दिया कि आगे से कोई भी मंदिर के डिमोलिशन का मुद्दा चुनी हुई सरकार के पास नहीं जाएगा, क्योंकि यह लॉ एंड ऑर्डर का मुद्दा है. इसलिए यह सीधा चीफ सेक्रेटरी के पास जाएगा और उपराज्यपाल के पास आएगा.