राजनांदगांव में युवाओं के बीच नशीली दवाओं के बढ़ते दुरुपयोग को देखते हुए पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस और ड्रग कंट्रोलर संजय झाड़ेकर की टीम ने शहर के कई मेडिकल स्टोर्स का औचक निरीक्षण किया। जांच के दौरान टीम ने एनआरएक्स मेडिसिन के वितरण और रखरखाव की विस्तार से जांच की। मेडिकल स्टोर संचालकों को कड़े निर्देश दिए गए कि वे केवल रजिस्टर्ड चिकित्सकों के प्रिस्क्रिप्शन पर ही नशीली दवाएं बेचें। साथ ही स्टॉक रजिस्टर में आवक-जावक का स्पष्ट रिकॉर्ड रखने और खपत के अनुसार ही स्टॉक रखने का निर्देश दिया गया। जांच में ये बात भी सामने आई है कि स्कूल-कॉलेज के छात्र भी इन नशीली दवाओं के आदी होते जा रहे हैं। पुलिस को आशंका है कि इसके पीछे एक बड़ा रैकेट काम कर रहा है, जो युवाओं को नशीली दवाओं के सेवन के लिए बढ़ावा दे रहा है। सुरक्षा उपायों के तहत सभी मेडिकल स्टोर्स को अपनी दुकानों के बाहर सीसीटीवी कैमरे लगाने और संदिग्ध गतिविधियों की सूचना तुरंत पुलिस को देने के निर्देश दिए गए हैं। पुलिस ने स्पष्ट किया है कि नशेड़ियों को किसी भी परिस्थिति में नशीली दवाएं नहीं बेची जाएंगी।