सचिन पायलट ने कहा कि चुनाव के समय हमने वसुंधरा राजे के खिलाफ भ्रष्टाचार के मुद्दे उठाए थे, लेकिन चार साल में हम उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं कर पाए.
राजस्थान:
राजस्थान में कांग्रेस के दो शीर्ष नेताओं के बीच बढ़ते विवाद में, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की एंट्री हो गई है. सचिन पायलट ने आज सवाल किया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सरकार ने भाजपा की वसुंधरा राजे के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों पर कार्रवाई क्यों नहीं की?
जयपुर लिट फेस्ट में बोलते हुए सचिन पायलट ने कहा, “सरकार को वसुंधरा राजे के खिलाफ आरोपों पर कार्रवाई करनी चाहिए. अभी एक साल बाकी है.”
पायलट ने कहा, “जब हम विपक्ष में थे तो हमने वसुंधरा राजे के खिलाफ भ्रष्टाचार के मुद्दे उठाए थे. लेकिन चार साल में हम उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं कर पाए. अभी एक साल बाकी है.”
यह टिप्पणी एक वीडियो के बाद आयी है, जिसमें अशोक गहलोत को अपने प्रतिद्वंद्वी का नाम लिए बिना यह कहते हुए दिखाया गया है कि महामारी के बाद एक “बड़ा कोरोनो वायरस” पार्टी में प्रवेश कर गया.
गहलोत को प्री-बजट मीटिंग में लोगों से कहते हुए सुना गया, “मैंने बैठकें फिर से शुरू कर दी हैं.. पहले कोरोना था.. हमारी पार्टी में भी एक बड़ा कोरोना आ गया है.”
दोनों नेताओं के कड़वे शब्द इस साल के अंत में राजस्थान चुनाव से पहले कांग्रेस में बढ़ती दरार का संकेत दे रहे हैं. सचिन पायलट ने चुनावों के लिए राजस्थान में एकल अभियान शुरू किया है, जहां उन्होंने अपनी सरकार पर ही सवाल उठाए.