बलरामपुर जिले के धार्मिक महत्व के तातापानी में आयोजित तीन दिवसीय महोत्सव स्थल पर फैली गंदगी से लोग परेशान हो गए। महोत्सव स्थल पर लगे मंत्री, विधायक और सांसदों के होर्डिंग्स के पास कचरों का ढेर लग गया है। आयोजन स्थल पर फेंके गए जूठे दोने-पत्तल और गिलास का ढेर लग गया है। आयोजकों ने स्थल पर सफाई के लिए व्यवस्था नहीं की, जिसके कारण महोत्सव की गरिमा भी धूमिल हुई है। तातापानी महोत्सव के तीन दिवसीय आयोजन में छत्तीसगढ़ सहित झारखंड, यूपी से प्रतिदिन एक लाख से अधिक लोग तातापानी पहुंच रहे हैं। आयोजन स्थल पर बड़ी संख्या में फूड स्टॉल लगाए गए हैं। इन स्टॉल्स के संचालकों के द्वारा कचरे के निस्तार की व्यवस्था नहीं की गई है। दोने, पत्तल, प्लास्टिक की गिलासें और खाने-पीने का कचरा खुले में फेंका जा रहा है। इससे आसपास का क्षेत्र प्रदूषित हो रहा है। राजनैतिज्ञों के होर्डिंग्स के नीचे कचरा
महोत्सव स्थल पर शासन और प्रशासन द्वारा लगाए गए महत्वाकांक्षी योजनाओं के स्टॉल्स के पास कचरा फैला हुआ है। इसी स्थान पर राजनीतिक दलों के वरिष्ठ नेताओं के बड़े-बड़े होर्डिंग्स लगे हैं। इन होर्डिंग्स के पास भी गंदगी का अंबार लगा हुआ है। महोत्सव की गरिमा को पहुंचा नुकसान .
महोत्सव के दौरान दूर-दूर से लोग यहां आते हैं, लेकिन कचरे के ढेर और दुर्गंध के कारण उनका उत्साह फीका पड़ रहा है। स्थानीय नागरिकों और पर्यटकों ने अव्यवस्था को लेकर नाराजगी भी जाहिर की है। प्रशासन की व्यवस्था पर उठ रहे सवाल
महोत्सव के दौरान कचरा प्रबंधन के लिए कोई ठोस कदम न उठाए जाने से प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं। इतने बड़े आयोजन के हिसाब से मेला स्थल पर कचरे का प्रबंधन नहीं किया जाना चिंतनीय है।