भास्कर न्यूज| जांजगीर जिले की नदियों से रेत के उत्खनन के लिए अभी पर्यावरण विभाग से अनुमति नहीं मिली है। उसके बावजूद बेखौफ रेत माफिया जिले की हसदेव, महानदी का सीना छलनी कर रहे हैं। रेत माफियाओं को खनिज विभाग का डर तो है नहीं, क्योंकि कार्रवाई के कुछ दिन बाद गाड़ी खड़ी रखी जाती है फिर पेनाल्टी लेकर उसे छोड़ दिया जाता है। सख्त कार्रवाई नहीं होने से उनके हौसले बुलंद है। जिले के मात्र पांच रेत घाट संचालित है। जिले की हसदेव व महानदी की रेत की क्वालिटी अच्छी होने के कारण यहां की रेत की डिमांड जांजगीर के अलावा पड़ोसी जिला बिलासपुर, बलौदाबाजार तक है। खासकर महानदी की रेत की मांग ज्यादा है। इसके कारण रेत के दाम भी आसमान छू रहे हैं। जांजगीर जिला मुख्यालय में पहले 1000 से 1200 रुपए तक मिल जाती थी। वह रेत अब 2000 रुपए प्रति ट्रैक्टर मिल रही है, वहीं एक हाइवा रेत पहले चार हजार रुपए प्रति ट्रिप होती थी, वह बढ़कर 12 हजार रुपए प्रति ट्रिप तक पहुंच गई है। जिले के महानदी, हसदेव नदी के बंद घाटों से रेत का अवैध उत्खनन और परिवहन हो रहा है। खनिज विभाग के अधिकारियों का ठेकदारों पर नियंत्रण नहीं होने के कारण नियम कानूनों को ताक पर रखकर रेत माफिया नदियों का सीना छलनी कर रहे हैं। चेन माउंटेन का भी इस्तेमाल खनिज विभाग ने पिछले से केवल 5 रेत घाटों को अनुमति दी है, इसके अलावा किसी अन्य घाटों को रेत उत्खनन की अनुमति नहीं है। इस दौरान कोई चोरी-चोरी रेत मजदूरों से निकलवा कर ट्रैक्टर या हाइवा में लोडकर बेखौफ परिवहन करते हैं। हालांकि पीथमपुर सहित कुछ अवैध रेत घाटों में ग्रामीणों में विरोध के बाद चेन माउंटेन का इस्तेमाल बंद कर दिया, जबकि केवा, भादा, नवापारा, देवरहा सहित अन्य रेत घाटों में आज भी बेखौफ माउंटेन की मदद से अवैध रेत उत्खनन किया जाता है। अवैध खनन रोकने के लिए रोजाना टीम भेज रहे ^अवैध खनन रोकने के लिए रोजाना टीम भेजी जा रही है। आगे भी लगातार कार्रवाई जारी रहेगी। अनिल साहू , जिला खनिज अधिकारी जांजगीर-चांपा जानिए, जिले में कब-किन खदानों को मिली अनुमति विभागीय जानकारी के अनुसार जांजगीर व चांपा के बीच से होकर गुजरी हसदेव नदी मंे नगर पालिका चांपा क्षेत्र के हनुमानधारा में विनीत सिंह क्षत्रिय को 4 जुलाई 2024 से 03 जुलाई 2029, लछनपुर में बाबूलाल जायसवाल को 13 जून 2024 से 12 जून 2029, कुदरी घुटिया में शिशुपाल सिंह राजपूत को 16 फरवरी 2024 से 15 फरवरी 2029, ग्राम पंचायत नवागांव में भारती खातरकर को 14 जून 2024 से 13 जून 2029 और ग्राम पंचायत बरबसपुर में िशवेश मिश्रा को 5 मार्च 2024 से 4 मार्च 2029 तक रेत उत्खनन की अनुमति मिली है।