वकील अमजद परवेज के अनुसार, भ्रष्टाचार का यह मामला करीब चार साल पुराना है। यह केस पूर्वी शहर लाहौर में कई मिलियन डॉलर के आवास घोटाले से शरीफ के कथित संबंधों से जुड़ा है।
पाकिस्तान के नवनिर्वाचित प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। शाहबाज शरीफ के वकील ने सोमवार को बताया कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री भ्रष्टाचार के एक पुराने मामले में सोमवार को अदालत में पेश हुए। उन्होंने बताया कि अदालत ने शहबाज को सुनवाई में व्यक्तिगत रूप से पेश होने से छूट दी है।
वकील अमजद परवेज के अनुसार, भ्रष्टाचार का यह मामला करीब चार साल पुराना है। यह केस पूर्वी शहर लाहौर में कई मिलियन डॉलर के आवास घोटाले से शरीफ के कथित संबंधों से जुड़ा है। परवेज ने कार्यवाही को “राजनीति से प्रेरित मामला” बताया। उन्होंने कहा कि शरीफ को उनके पूर्ववर्ती इमरान खान की सरकार द्वारा मामले में झूठा फंसाया गया था। उन्होंने कहा कि वह पूरी तरह से बरी होने की उम्मीद करते हैं।
अभियोजन पक्ष का दावा है कि शरीफ ने 2013 से 2018 तक पंजाब प्रांत के मुख्यमंत्री रहते हुए सत्ता का दुरुपयोग किया था। शहबाज शरीफ पर आरोप है कि कम आय वाले नागरिकों के लिए बनी आवास योजना के तहत बने मकानों को उन्होंने अपनी पाकिस्तान मुस्लिम लीग पार्टी से जुड़े लोगों को दिया। शहबाज ने आरोपों से इनकार किया है।
शरीफ अप्रैल में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बने। संसद में अविश्वास मत में हार के बाद इमरान खान को सत्ता से बेदखल करने वाले शरीफ गठबंधन के तहत सरकार का नेतृत्व कर रहे हैं। 2018 में सत्ता में आए खान ने दावा किया कि उन्होंने कभी भी अपने राजनीतिक विरोधियों को निशाना नहीं बनाया।