रासायनिक खाद, कीटनाशक दवाईयों का नहीं होगा प्रयोग
बालोद जिला जैविक खेती की ओर तेजी से अग्रसर हो रहा है। वहां की गौठानों में संचालित बाड़ियों में रासायनिक खादों का प्रयोग नहीं होगा, सिर्फ जैविक खाद का ही उपयोग किया जाएगा। यहां की 144 गौठानों में जैविक खाद और दवाईयों का उपयोग कर साग-सब्जियों का उत्पादन होगा। इस संबंध में बालोद कलेक्टर श्री कुलदीप शर्मा निर्देश दिया है कि साग-सब्जियों में प्रयोग किए जाने वाले रासायनिक खाद एवं कीटनाशक दवाओं की दुष्प्रभावों से बचने के लिए जिले की गौठानों में केवल आर्गेनिक साग-सब्जियों का उत्पादन किया जाएगा। समय-सीमा की बैठक में कलेक्टर ने गौठानों में निर्मित सब्जी बाड़ियों में किसी भी स्थिति में रासायनिक खाद एवं कीटनाशक दवाईयों का प्रयोग नहीं करने को कहा हैं। उन्होंने इसके बदले गौठानों में निर्मित जैविक खाद एवं कीटनाशक दवाई, वर्मी कम्पोस्ट, जीवामृत एवं ब्रम्हास्त्र आदि का शत-प्रतिशत उपयोग करने के निर्देश दिए है। उल्लेखनीय है कि बालोद जिले में 373 गौठाने है, जिसमें 144 गौठानों में बाड़ी बनाई गई है। इन गौठानों में जैविक खाद और दवाईयों का उपयोग कर आर्गेनिक साग-सब्जियों का उत्पादन किया जाएगा।
ऑनलाईन नामांतरण के प्रकरणों के समुचित निपटारा होने पर जताई प्रसन्नता
कलेक्टर ने ऑनलाईन नामांतरण के कार्यों की प्रगति की भी समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने गुरूर एवं गुण्डरदेही के तहसीलों में हुए ऑनलाईन नामांतरण के हुए बेहतर कार्यों की भी सराहना की। उल्लेखनीय है कि गुरूर तहसील में अब तक 95 तथा गुण्डरदेही तहसील में 93 सहित जिले में अब तक कुल 337 ऑनलाईन नामांतरण के प्रकरणों का निपटारा किया गया है। कलेक्टर श्री शर्मा ने इन दोनों तहसीलों में ऑनलाईन नामांतरण के प्रकरणों के निपटारा पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए सभी तहसीलों में अधिक से अधिक ऑनलाईन नामांतरण के प्रकरणों का निपटारा करने को कहा।
बोर्ड परीक्षाओं का परिणाम बेहतर लाने के लिए कार्ययोजना बनाएं
बैठक में कलेक्टर ने शिक्षा विभाग के कार्यों की समीक्षा करते हुए जिला शिक्षा अधिकारी से स्कूलों में विद्यार्थियों की दर्ज संख्या के आधार पर शिक्षकों की पदस्थापना एवं बोर्ड परीक्षा हेतु बनाए जा रहे कार्ययोजना के संबंध में जानकारी ली। श्री शर्मा ने स्कूलों में शिक्षकों की नियमित उपस्थिति के संबंध में जानकारी लेते हुए लापरवाह शिक्षकों के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश भी दिए। जिले में बोर्ड कक्षाओं का परीक्षा परीणाम बेहतर से बेहतर हो, इसके लिए उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी को शीघ्र कार्ययोजना बनाकर उसका पालन सुनिश्चित कराने को कहा। इस संबंध में उन्होंने विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी एवं विकासखण्ड स्त्रोत समन्वयकांे की बैठक भी आयोजित करने के निर्देश दिए।
उन्होंने स्कूली बच्चों के जाति प्रमाण पत्र बनाने के कार्य की प्रगति की भी समीक्षा की। श्री शर्मा ने कहा कि जाति प्रमाण पत्र बनाने हेतु विद्यार्थियों के परिजनों के राजस्व संबंधी दस्तावेज नहीं मिलने की स्थिति में विशेष ग्राम सभा आयोजित कर शत-प्रतिशत बच्चों का जाति प्रमाण पत्र बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों एवं जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को विशेष ग्राम सभा के आयोजन हेतु आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए।
श्री शर्मा ने 21 दिसम्बर तक शत-प्रतिशत स्कूली बच्चों का जाति प्रमाण पत्र अनिवार्य रूप से बनाने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि कक्षा पहली से पांचवी तक के बच्चों के जाति प्रमाण पत्र बनाने हेतु आगामी शिक्षा सत्र में योजना बनाई जाएगी। जिससे कि कोई भी बच्चा जाति-प्रमाण पत्र से वंचित न रहे। बैठक में उन्होंने स्कूलों में समुचित साफ-सफाई की व्यवस्था, रंगरोगन आदि के कार्यों के संबंध में भी जानकारी ली। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी से सभी स्कूलों में आयरन फॉलिक एसिड की उपलब्धता के संबंध में जानकारी लेते हुए बच्चों को समुचित रूप से इसका वितरण सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए।