इस मामले में सरकार का कहना है कि सभी फाइलें हार्ड डिस्क और पेन ड्राइव में सुरक्षित हैं, थोड़ी मेहनत लगेगी लेकिन सभी मिल जाएंगी. इधर इस मसले पर आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक समीक्षा बैठक भी की है.
भोपाल के सतपुड़ा भवन में लगी आग भले ही काबू में आ गई हो, लेकिन अब इस पर सियासत सुलगने लगी है. विपक्ष ने सरकारी फ़ाइलें जलाने का आरोप लगाते हुए स्वतंत्र एजेंसी से जांच की मांग की. जिस पर सरकार ने जवाब देते हुए कहा कि सभी फाइलें हार्ड डिस्क और पेन ड्राइव में सुरक्षित है. भोपाल के सतपुड़ा भवन में लगी आग पर क़रीब 14 घंटे बाद क़ाबू पा लिया गया है. लेकिन अब इस पर राजनीति शुरू हो गई है. सतपुड़ा भवन आग लगने के बाद विपक्ष ने सरकार पर आरोप लगाया है. मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ ने आग लगने की घटना की स्वतंत्र एजेंसी से जांच कराने की मांग की है. उनका कहना है कि आग में क़रीब 12,000 सरकारी फ़ाइलें ख़ाक हो गई हैं.
राज्य सरकार का कहना है कि सभी फाइलें हार्ड डिस्क और पेन ड्राइव में सुरक्षित हैं, थोड़ी मेहनत लगेगी लेकिन सभी मिल जाएंगी. इधर इस मसले पर आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक समीक्षा बैठक भी की है. मुख्यमंत्री ने जांच के लिए 4 सदस्यों की कमेटी का गठन किया है. शुरुआती जानकारी के मुताबिक ये सतपुड़ा भवन की तीसरी मंज़िल पर एसी में शॉर्ट सर्किट की वजह से लगी. जिसके बाद ये आग चौथी, पांचवीं और छठी मंज़िल पर फैल गई. दमकल विभाग, SDRF की टीम की मदद से आग बुझाई गई. आग बुझाने के लिए CISF, एयरपोर्ट अथॉरिटी की भी मदद ली गई. सतपुड़ा भवन की तीसरी मंज़िल आदिम जाति कल्याण विभाग है. आग लगने के बाद मुख्यमंत्री ने जांच के लिए 4 सदस्यों की कमेटी का गठन किया है. ये कमेटी जांच की प्रारंभिक रिपोर्ट मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को सौंपेगी.
आज इस मामले पर मुख्यमंत्री ने समीक्षा बैठक भी की है. विपक्ष ने कहा कि ये एक और भ्रष्टाचार का उद्हारण है, ये क्या आग लगी या लगाई गई है? ऐसे में सवाल ये है कि अभी तक बोला है कि 12 हजार, पता नहीं कितने हजारों फाइलें जली है. इसका उसका क्या लक्ष्य था. ये एक बहुत बड़ा भ्रष्टाचार का मामला है. इसमें पूरी जांच हो रही है, स्वतंत्र एजेंसी से जांच होनी चाहिए. मध्य प्रदेश सरकार के मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि कई स्थान पर हार्ड डिस्क में पेन ड्राइव में, चीपों के अंदर फाइल रखी हैं. मेहनत लगेगी पर सभी क्रियेट हो जाएंगी. इस मामले की उच्च सतरीय जांच की जाएगी. 3 दिन के अंदर इस मामले की रिपोर्ट आ जाएगी.