ओपन स्कूल तृतीय परीक्षा के नतीजे शुक्रवार को जारी किए गए। दसवीं में 38.74 और बारहवीं में 53.76 प्रतिशत छात्र पास हुए हैं। दसवीं में 931 और बारहवीं में 1036 यानी कुल 1967 छात्रों को फर्स्ट डिवीजन मिला है। प्रदेश में पहली बार ओपन स्कूल की एक साल में तीन बार मुख्य परीक्षा आयोजित की गई। अब हर साल इसी तरह साल में तीन बार परीक्षा होगी। साल 2025 की पहली परीक्षा के लिए आवेदन की प्रक्रिया शुरू है।
दसवीं की तृतीय परीक्षा के लिए कुल 16083 छात्रों ने आवेदन किया था। 14698 परीक्षा में शामिल हुए थे। 14696 का रिजल्ट जारी हुआ। इसमें 931 फर्स्ट डिवीजन से पास हुए। 2390 को सेकंड और 2342 को थर्ड डिवीजन मिला। 31 छात्र पास श्रेणी में थे। इस तरह से दसवीं में कुल 5694 परीक्षार्थी पास हुए। छात्रों की तुलना में छात्राएं ज्यादा सफल रहीं। परीक्षा में कुल 37.71 प्रतिशत छात्र सफल हुए, जबकि छात्राओं की संख्या 40.24 प्रतिशत रही। इसी तरह बारहवीं की परीक्षा में कुल 11757 पंजीकृत थे। इसमें से 10901 परीक्षा में शामिल हुए। 9759 का रिजल्ट घोषित किया गया। कुल 5247 सफल हुए। 1036 प्रथम श्रेणी से पास हुए। जबकि 2316 द्वितीय और 1840 तृतीय श्रेणी में पास हुए। बारहवीं में छात्रों की तुलना में छात्राएं ज्यादा सफल रही। इसमें 52.84 प्रतिशत छात्र और 54.84 छात्राएं पास हुई हैं। इस साल हुई तीन परीक्षाएं हुई, प्रथम का रिजल्ट सबसे अच्छा ओपन स्कूल की मुख्य व अवसर परीक्षा साल में तीन बार आयोजित की जाएगी। यह व्यवस्था इसी वर्ष से लागू की गई। इसके अनुसार पहली परीक्षा मार्च-अप्रैल में हुई। द्वितीय परीक्षा अगस्त और तृतीय नवंबर में हुई। इस साल ओपन स्कूल की तीनों परीक्षाओं का रिजल्ट इस प्रकार है- मार्च-अप्रैल परीक्षा में दसवीं में 54.39 प्रतिशत और बारहवीं में 66.03 प्रतिशत छात्र पास हुए थे। अगस्त में द्वितीय परीक्षा हुई। दसवीं में 27.65 और बारहवीं में 45.48 प्रतिशत छात्र पास हुए हैं। तृतीय परीक्षा में दसवीं में 38.74 और बारहवीं में 53.76 प्रतिशत छात्र पास हुए हैं। इस तरह से प्रथम परीक्षा का रिजल्ट सबसे अच्छे रहा है। मार्च-अप्रैल की परीक्षा के लिए आवेदन 15 तक ओपन स्कूल की दसवीं-बारहवीं परीक्षा मार्च-अप्रैल 2025 में होगी। इसके लिए आवेदन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। 15 जनवरी तक आवेदन किए जा सकते हैं। इसके बाद विलंब शुल्क के साथ 20 जनवरी तक फॉर्म भरे जाएंगे। प्रदेश में करीब 413 अध्ययन केंद्र हैं। यहां से आवेदन भरे जा सकते हैं। इस संबंध में विस्तृत जानकारी ओपन स्कूल की वेबसाइट पर है। इसके अलावा संबंधित अध्ययन केंद्रों से भी जानकारी प्राप्त की जा सकती है। पिछली बार ओपन स्कूल की पहली परीक्षा में करीब एक लाख छात्र थे। अब साल में तीन बार परीक्षा होने से परीक्षार्थियों की संख्या कम हो सकती है।
