छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिला में एक बार फिर से हाथी की मौत हो गई है। इस बार गौतमी दल के 1 हाथी की मौत करंट प्रवाहित तार की चपेट में आने से हुई है। मामले की जानकारी लगने के बाद विभाग आगे की कार्रवाई में जूट गया है। घटना धरमजयगढ़ वन मंडल का है। मिली जानकारी के मुताबिक बीती रात धरमजयगढ़ वन परिक्षेत्र के क्रोंधा के जंगल से निकलकर गौतमी दल का 1 हाथी खेतों में पहुंच गया। इस दौरान ग्रामीण ने फसल सुरक्षा के लिए खेत में करंट प्रवाहित तार लगाया हुआ था। तभी वह हाथी करंट की चपेट में आ गया और मौके पर ही उसकी मौत हो गई। सुबह ग्रामीणों ने जब मृत हाथी को देखा तो मामले की जानकारी वन अमला को दी गई। इसके बाद तत्काल वनकर्मी मौके पर पहुंचे। प्रारंभिक जांच में करंट से मौत होना पाया जा गया है। इसके बाद शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम की प्रक्रिया शुरू की जा रही है। पास के जंगल में 17 हाथी का गौतमी दल
बताया जा रहा है कि रात में 18 हाथी का गौतमी दल पास के खड़गांव परिसर में विचरण कर रहा था। उसी दल से निकलकर यह हाथी क्रोंधा बीट में आ पहुंच गया और करंट की चपेट में आ गया। इससे उसकी मौत हो गई। अब गौतमी दल के 17 हाथी विचरण कर रहे हैं।
वन मंडल में 68 हाथियों की मौजूदगी
धरमजयगढ़ वन मंडल में 68 हाथियों के दल की मौजूदगी है। इसमें छाल रेंज में हाथी कुड़ेकेला, गलिमार, बोजिया, पुरूंगा, औरानारा, बंगरसुता, खड़गांव, छाल व लोटान में हाथी विचरण कर रहे हैं। इसके अलावा अन्य रेंज के जंगल में भी हाथियों की मौजूदगी है।
प्रकरण दर्ज किया जाएगा
इस संबंध में धरमजयगढ़ वन मंडल डीएफओ अभिषेक जोगावत ने बताया कि ग्रामीण ने खेत में सुरक्षा के लिए करंट तार लगाया था। गौतमी हाथी दल का 1 हाथी उसकी चपेट में आ गया। इससे उसकी मौत हो गई। डाॅक्टरों के द्वारा पीएम की प्रक्रिया पूरी की जा रही है। मामले में प्रकरण दर्ज किया जाएगा।

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