भारत में ओमीक्रोन (B.1.1.529) और उसका सब-लीनिएज BA.2.12.1 मिलकर कोरोना बढ़ा रहे हैं। हमारे सहयोगी इकॉनमिक टाइम्‍स के अनुसार, देश के कई हिस्‍सों में केसेज बढ़ने के पीछे यही हैं। एक वरिष्‍ठ अधिकारी ने नाम ना छापने की शर्त पर कहा, ‘भारत में 75% से ज्‍यादा मामले BA.2 सब-वेरिएंट की वजह से आ रहे हैं लेकिन हाल के दिनों में जो केस बढ़े, उसके पीछे BA.2.12 भी जिम्‍मेदार है।’ एक्‍सपर्ट्स के अनुसार, अमेरिका ने हाल में जो लहर देखी, उसके पीछे भी यही सब-लीनिएज है। अमेरिकी सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (CDC) के अनुसार, देश में आ रहे 19% नए मामले BA.2.12.1 के हैं। अभी यह स्‍पष्‍ट नहीं है कि यह सब-लीनिएज ज्‍यादा संक्रामक है या नहीं। आइए, ओमीक्रोन के इस सब-वेरिएंट के बारे में सबकुछ जानते हैं।

दिल्‍ली की जीनोम सीक्‍वेंसिंग लैब्‍स ने ओमीक्रोन का सब-वेरिएंट डिटेक्‍ट किया है। नए सब-वेरिएंट (BA.2.12.1) से पॉजिटिव मिले सैंपल को कोविड-19 जीनोम सीक्‍वेंसिंग कंसोर्टियम INSACOG भेज दिया गया है। दिल्‍ली अभी BA.2.12.1 के सैम्‍पल्‍स का मेटाडेटा को रिव्‍यू कर रहा है ताकि यह पता चल सके कि संक्रमण केवल एक जगह तक सीमित था या पूरे शहर में। नए वेरिएंट का पता तब चला जब दिल्‍ली ने 9 अप्रैल के बाद से 25 या उससे ज्‍यादा CT वैल्‍यू वाले सैंपल्‍स की सीक्‍वेंसिंग शुरू की।

CDC ने मंगलवार को अमेरिका में सीक्‍वेंस किए गए वेरिएंट्स का डेटा जारी किया। इसके अनुसार, नए मामलों में से 19% ओमीक्रोन के सब-लीनिएज BA.2.12.1 के हैं। दो हफ्ते पहले तक यह वेरिएंट अमेरिकी स्‍वास्‍थ्‍य एक्‍सपर्ट्स के रडार पर भी नहीं था। अब हर पांच में से एक मामला इसी का आ रहा है।

जमील ने कहा कि अस्‍पतालों में भर्ती की दरें देखनी होंगी ताकि पता चल सके कि यह कितना गंभीर है। उन्‍होंने कहा, ‘हम अभी गंभीरता को लेकर कुछ नहीं कह सकते लेकिन चूंकि BA.2.12.1 में L452Q म्‍यूटेशन है जो डेल्‍टा में था पर BA.2 में नहीं, इसकी ग्रोथ और हॉस्पिटलाजेशन पर नजर रखनी होगी।’

BA.2.12.1 की तरह डेल्‍टा में मौजूद L452Q म्‍यूटेशन ने उसकी संक्रामकता खासी बढ़ा दी थी। साथ ही वैक्‍सीन को भी काफी हद तक बेअसर कर दिया था। ओमीक्रोन ने इसी साल भारत में डेल्‍टा को पीछे छोड़ा है। पिछले साल दिसंबर में ओमीक्रोन 50% सैंपल्‍स में मिल रहा था। जनवरी 2022 में यह आंकड़ा 90% और फरवरी में 95% तक पहुंच गया था।

दिल्‍ली में केसेज काफी तेजी से बढ़ रहे हैं। वहां करीब 500 सैंपल्‍स जीनोम सीक्‍वेंसिंग के लिए भेजे गए हैं। हालांकि अभी तक यहां XE वेरिएंट की मौजूदगी की पुष्टि नहीं हुई है। XE वेरिएंट ओमीक्रोन के BA.1 और BA.2 का रीकॉम्बिनेशन है। यह भारत के अलावा यूके, चीन और थाईलैंड में मिला है। वर्ल्‍ड हेल्‍थ ऑर्गनाइजेशन (WHO) ने XE के खिलाफ चेतावनी में कहा था कि यह अबतक के कोविड स्‍ट्रेन्‍स में सबसे ज्‍यादा संक्रामक हो सकता है।

हेल्‍थ एक्‍सपर्ट्स के अनुसार, ओमीक्रोन के नए वेरिएंट्स सीक्‍वेंस किए जा रहे हैं। अभी इसके 8 वेरिएंट्स मिले हैं जिनमें से एक सबसे ज्‍यादा फैला है। दिल्‍ली स्थित इंस्टिट्यूटल ऑफ लिवर एंड बाइलरी साइंसेज (ILBS) के डायरेक्‍टर, डॉ एसके सरीन ने ANI से बातचीत में कहा कि अभी ओमीक्रोन के और वेरिएंट्स आने की संभावना है।

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