कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हुए जम्‍मू-कश्‍मीर के पूर्व मुख्‍यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा. उन्‍होंने कहा कि आजादी के बाद यह संभवत: पहली बार है, जब सत्तारूढ़ दल से मुस्लिम समुदाय का कोई भी सदस्य न तो लोकसभा में और न ही राज्यसभा में है.

बनिहाल : कांग्रेस नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में निकाली जा रही ‘भारत जोड़ो यात्रा’ शुक्रवार को सुबह जम्मू-कश्मीर के बनिहाल से आगे घाटी बढ़ी. इस दौरान, बड़ी संख्या में तिरंगा थामे कांग्रेस कार्य

श्रीनगर से 120 किलोमीटर की दूरी पर स्थित बनिहाल पहुंचने के बाद मीडिया से मुखातिब उमर ने कहा, “भारत जोड़ो यात्रा का मकसद राहुल गांधी की छवि सुधारना नहीं, बल्कि देश के मौजूदा हालातों में बदलाव लाना है.” उन्होंने कहा कि वह यात्रा में इसलिए शामिल हो रहे हैं, क्योंकि वह देश की छवि को लेकर ज्यादा चिंतित हैं।

उमर ने कहा, “हम किसी एक व्यक्ति की छवि के लिए नहीं, बल्कि देश की छवि के लिए इसमें हिस्सा ले रहे हैं.” नेकां नेता ने कहा कि राहुल गांधी ने निजी उद्देश्यों के चलते यह यात्रा शुरू नहीं की, बल्कि उन्होंने देश में सांप्रदायिक तनाव पैदा करने और अल्पसंख्यकों को निशाना बनाने की कथित कोशिशों को लेकर अपनी चिंताओं के मद्देनजर यह कदम उठाया.

कर्ता और नेता राहुल के साथ पदयात्रा करते नजर आए. बनिहाल में जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला भी भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हुए. राहुल की तरह सफेद टी-शर्ट पहने उमर ने कांग्रेस पार्टी के हजारों समर्थकों के साथ राहुल के साथ पदयात्रा में हिस्सा लिया.

उन्होंने कहा, “यह सरकार भले ही अरब देशों के साथ दोस्ती कर रही है, लेकिन लेकिन सच्चाई यह है कि इस सरकार में देश के सबसे बड़े अल्पसंख्यक समुदाय का कोई प्रतिनिधि नहीं है. आजादी के बाद यह संभवत: पहली बार है, जब सत्तारूढ़ दल से मुस्लिम समुदाय का कोई भी सदस्य न तो लोकसभा में और न ही राज्यसभा में है. यह उनके रुख को दर्शाता है.

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