बलरामपुर के प्रसिद्ध तातापानी महोत्सव में फूहड़ गानों का विरोध किया गया। गुरुवार को तपेश्वर धाम में भगवान शिव की मूर्ति के सामने अश्लील गानों पर डांस का प्रदर्शन किया गया, लोगों ने इस पर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने की बात कही। स्थानीय लोगों के मुताबिक, महोत्सव के समापन पर अश्लील गाने चलाए गए है जिससे धार्मिक भावनाएं आहत हुई है। वीडियो वायरल होने के बाद लोगों ने जिम्मेदार पर कार्रवाई की मांग की है। सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें एक तरफ भगवान शिव की मूर्ति स्थापित है और दूसरी तरफ मंच पर अश्लील प्रस्तुतियां दी जा रही हैं। स्थानीय लोगों की कहना है कि जिला प्रशासन की देखरेख में आयोजित इस कार्यक्रम में सांस्कृतिक कार्यक्रम और स्थानीय कलाकारों की प्रस्तुतियां होनी थीं, लेकिन इसके विपरीत धार्मिक स्थल की पवित्रता को भंग किया गया। अक्षरा सिंह की प्रस्तुति से पहले चले अश्लील गाने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, कृषि मंत्री रामविचार नेताम और सांसद चिंतामणि महाराज, स्थानीय विधायक ने इस महोत्सव का शुभारंभ किया था। जिला प्रशासन द्वारा आयोजित इस मेले में सांस्कृतिक कार्यक्रम, स्थानीय कलाकारों की प्रस्तुति होनी थी लेकिन गुरुवार की रात भोजपुरी कलाकार अक्षरा सिंह की प्रस्तुति से पहले ही अश्लील गानों और डांस की प्रस्तुति दी गई। अशोभनीय प्रस्तुतियों की अनुमति कैसे मिली? वीडियो वायरल होने के बाद प्रशासन की भूमिका पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं कि आखिर इस तरह की अशोभनीय प्रस्तुतियों की अनुमति कैसे दी गई। यह घटना न केवल प्रशासनिक लापरवाही को दर्शाती है, बल्कि धार्मिक स्थलों के प्रति संवेदनशीलता की कमी को भी उजागर करती है। जिम्मेदार पर कार्रवाई की मांग घटना के बाद से प्रशासन की ओर से अब तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। स्थानीय लोग मांग कर रहे हैं कि इस मामले में जिम्मेदार लोगों पर सख्त कार्रवाई की जाए और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जाए।