भाजपा की निलंबित नेता नूपुर शर्मा एक बार फिर सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई हैं। इस बार उन्होंने पैगंबर टिप्पणी में गिरफ्तारी पर रोक लगाने की मांग की है। दो महीने पहले टीवी बहस में उन्हाेंने कमेंट किया था।
भाजपा की निलंबित नेता नूपुर शर्मा एक बार फिर सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई हैं। इस बार उन्होंने पैगंबर टिप्पणी में गिरफ्तारी पर रोक लगाने की मांग की है। नूपुर शर्मा ने कहा है कि बीते दिनों सुप्रीम कोर्ट की कड़ी टिप्पणी के बाद उन्हें और ज्यादा धमकियां मिलने लगी हैं। दो महीने पहले एक टीवी बहस के दौरान नूपुर शर्मा ने मोहम्मद पैगंबर पर विवादित टिप्पणी की थी। इसके बाद इस मामले में काफी ज्यादा विवाद हुआ था। कई इस्लामिक देशों ने भी इस पर ऐतराज जताया था। गौरतलब है कि इससे पहले भी नूपुर शर्मा सुप्रीम कोर्ट पहुंची थीं। तब उन्होंने देश के विभिन्न हिस्सों में दर्ज एफआईआर पर एक जगह सुनवाई की मांग की थी। हालांकि शीर्ष अदालत ने इससे इंकार कर दिया था और उन्हें इसके लिए कुछ कड़ी बातें भी सुनाई थीं।
नए सिरे से धमकियों की बात
नूपुर शर्मा की नई याचिका अभी सुनवाई के लिए लिस्टेड नहीं हुई है। अपनी ताजा याचिका में नूपुर शर्मा ने नई धमकियों और अपनी आलोचना का भी हवाला दिया है। उन्होंने कहा है कि उन्हें नए सिरे से लगातार रेप और हत्या की धमकियां मिल रही हैं। गौरलतब है कि नूपुर शर्मा का समर्थन करने के चलते दो लोगों को अपनी जान भी गंवानी पड़ी है।
पहले भी दाखिल कर चुकी हैं याचिका
नूपुर शर्मा ने इससे पहले सुप्रीम कोर्ट में जो याचिका दायर की थी, उसमें भी जान का डर बताया था। साथ ही देश के अलग-अलग हिस्सों में दर्ज नौ एफआईआर की एक जगह सुनवाई की गुहार लगाई थी। तब सुप्रीम कोर्ट ने नूपुर शर्मा को कड़ी फटकार लगाई थी। कोर्ट ने कहा था कि देशभर में बदतर हालात के लिए सिर्फ आप जिम्मेदार हैं। इसके बाद उन्होंने याचिका वापस ले ली थी।