मुफ्ती ने कहा, ‘यह स्थान मेरे पिता (मुफ्ती मोहम्मद सईद) को दिसंबर 2005 में आवंटित किया गया था, जब उन्होंने मुख्यमंत्री पद छोड़ दिया था। इसलिए प्रशासन की ओर से बताया गया आधार सही नहीं हैं।’

पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती को उच्च सुरक्षा वाले गुपकर इलाके में अपना सरकारी बंगला खाली करने का नोटिस दिया गया है। जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘फेयर व्यू से बेदखल करने का नोटिस मुझे कुछ दिन पहले दिया गया था। यह कोई आश्चर्य की बात नहीं है और उम्मीद के अनुरूप है।’

मुफ्ती ने कहा कि नोटिस में इसका उल्लेख किया गया है कि बंगला जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री के लिए है, लेकिन ऐसा नहीं है। उन्होंने कहा, ‘यह स्थान मेरे पिता (मुफ्ती मोहम्मद सईद) को दिसंबर 2005 में आवंटित किया गया था, जब उन्होंने मुख्यमंत्री पद छोड़ दिया था। इसलिए प्रशासन की ओर से बताया गया आधार सही नहीं हैं।’

कानूनी टीम से लूंगी सलाह: महबूबा
यह पूछे जाने पर कि क्या वह कानून की अदालत में नोटिस को चुनौती देंगी, पीडीपी प्रमुख ने कहा कि वह अपनी कानूनी टीम से सलाह लेंगी। उन्होंने कहा, ‘मेरे पास ऐसी जगह नहीं है जहां मैं रह सकूं। इसलिए मुझे निर्णय लेने से पहले अपनी कानूनी टीम से परामर्श करना होगा।’ इस बीच खबर है कि महबूबा मुफ्ती की सुरक्षा को देखते हुए उनके लिए एक और वैकल्पिक घर की व्यवस्था कर दी गई है।

‘सुरक्षा के आधार पर मिला था बंगला’
पीडीपी के युवा महासचिव मोहित भट ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय मुफ्ती मोहम्मद सईद को 2005 में सुरक्षा के आधार पर यह बंगला मुहैया कराया गया था। मुफ्ती साहब शहर के बाहरी इलाके में स्थित अपने नौगाम आवास में जाना चाहते थे। उस समय उन्हें नौगाम में जाने की इजाजत नहीं दी गई। साफ है कि इस आवास का सीएम या पूर्व सीएम से कोई लेना-देना नहीं है, बल्कि यह पूरी तरह सुरक्षा से जुड़ा मामला है।

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