बारिश के मौसम में संक्रमण तेजी से बढ़ता है। इस मौसम में खांसी-जुकाम से भी काफी सतर्कता बरतनी चाहिए। ऐसे में अगर इम्यूनिटी स्ट्रॉन्ग होती है तो इन परेशानियों से बचा जा सकता है।

हम हमेशा से सुनते आए हैं कि चाय और कॉफी दोनों ही सेहत के लिए नुकसानदायक होती है। वहीं बारिश के मौसम में संक्रमण का खतरा भी बढ़ जाता है। तो इम्यूनिटी का स्ट्रॉन्ग होना भी बहुत जरूरी है। ऐसे में आप अपनी रोजाना की चाय-कॉफी को रिपलेस कर  हर्बल टी पी सकते हैं। ऐसे में अगर आप भी गले की खराश की समस्या से जूझ रहे हैं, तो आप चाय या कॉफी की जगह हर्बल-टी का इस्तेमाल कर सकते हैं।

आयुर्वेद में हर्बल टी को वैदिक चाय के तौर पर जाना जाता है। यह बेहद स्वादिष्ट और औषधीय गुणों से भरपूर होती है। इसमें पाए जाने वाले पोषक तत्व शरीर में तरल पदार्थों की पूर्ति करते हैं। आइए, जानते हैं क्या है हर्बल टी और कैसे बनाती है ये-

क्या होती है हर्बल चाय (kya hoti hai Herbal Tea)

नाम के बावजूद, हर्बल चाय वास्तव में ‘चाय’ नहीं है क्योंकि इस चाय में आमतौर पर चाय के पौधों की पत्तियां नहीं होती हैं। हर्बल चाय टिसन से बनाई जाती है, जो पानी में सूखे फूल, मसाले या जड़ी-बूटियों के साथ मिक्स होते हैं। कुछ हर्बल चाय हेल्थ को बढ़ावा देने वाले गुण प्रदान करते हैं और सदियों से नेचुरल रूप में इस्तेमाल की जाती रही हैं।

कैसे बनाएं हर्बल टी (kaise banaye herbal tea)

हर्बल चाय  अलग-अलग तरीकों से बनाया जाता है। इसे बनाने के लिए पानी को उबालें, फिर इसमें अदरक या  गुड़हल का फूल डाल कर कुछ देर के लिए ढक दें। इन दोनों ही चाय के अलग-अलग फायदे हैं।

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