धमतरी | चरोटा-गातापार मोड के पास नाले में प्लास्टिक बोरी के अंदर एक नवजात जिंदा मिला था। अज्ञात महिला ने बच्चे को फेंककर चला गया था। इलाज जिला अस्पताल धमतरी के एसएनसीयू में हुआ। करीब हफ्तेभर इलाज के बाद नवजात स्वस्थ हो गया। डॉक्टरों ने अस्पताल से छुट्टी कर महिला व बाल विकास विभाग को सौंपा है। बालक कल्याण समिति धमतरी के आदेश पर शिशु को 1 जनवरी से अस्थाई संरक्षण के लिए विशेषीकृत दत्तक ग्रहण अभिकरण कांकेर में रखा है। जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग जगरानी एक्का ने बताया कि बालक के वैधानिक पालक होने का दावा-आपत्ति दर्ज कराना चाहते हैं, वह 30 दिन के अंदर जिला बाल संरक्षण अधिकारी, महिला एवं बाल विकास विभाग अथवा विशेषीकृत दत्तक ग्रहण अभिकरण कांकेर में आवेदन प्रस्तुत कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि नियत समयावधि के बाद प्राप्त दावा- आपत्तियों पर विचार नहीं किया जाएगा। इसके बाद बच्चे को दत्तक ग्रहण की कार्यवाही की जाएगी।