कोंडागांव में 29वीं वाहिनी भारत-तिब्बत सीमा पुलिस बल और नेहरू युवा केंद्र कांकेर ने एक महत्वपूर्ण पहल की है। 16वें आदिवासी युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम के तहत नक्सल प्रभावित क्षेत्रों से 40 युवाओं (20 युवक और 20 युवतियां) को अहमदाबाद, गुजरात के लिए रवाना किया गया। नेलवाड, फरसगाव, झारा, छोटेडोंगर और धनौरा जैसे नक्सल प्रभावित क्षेत्रों से चयनित इन युवाओं को पहले बस द्वारा कांकेर लाया गया, जहां से उन्हें अहमदाबाद के लिए रवाना किया गया। इस कार्यक्रम के तहत आदिवासी युवाओं को देश की मुख्यधारा से जोड़ना और उन्हें सांस्कृतिक एवं शैक्षिक अनुभवों से परिचित कराया जाएगा। 29वीं वाहिनी के कमांडेंट दुष्यंत राज जायसवाल के मुताबिक, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) बल पिछले 15 सालों से नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सक्रिय है। ITBP सुरक्षा के साथ साथ स्थानीय समुदाय को स्वास्थ्य, शिक्षा और कृषि संबंधी सहायता भी उपलब्ध कराता है। यह आदान-प्रदान कार्यक्रम युवाओं को एक नया दृष्टिकोण प्रदान करने के साथ-साथ उन्हें राष्ट्र निर्माण में अपनी भूमिका को बेहतर ढंग से समझने में मदद करेगा। इससे न केवल उनका व्यक्तिगत विकास होगा, बल्कि वे अपने समुदाय के विकास में भी योगदान कर सकेंगे।