Alexander Zverev injury: ज्वेरेव ने बाएं पैर में चोट के कारण दूसरे सेट में नहीं खेलने का फैसला किया। नडाल ने 19 साल की उम्र में पहली फ्रेंच ओपन ट्राफी जीती थी और अब 36 साल की उम्र में 14वीं बार लाल बजरी पर और 22वां ग्रैंडस्लैम खिताब कब्जाना चाहेंगे।

नई दिल्ली: फ्रेंच ओपन (French Open) का पहला सेमीफाइनल रोमांचकता की परिभाषा गढ़ रहा था। आमने-सामने थे 13 बार के चैंपियन राफेल नडाल और दिग्गज एलेक्जेंडर ज्वेरेव। पहला सेट डेढ़ घंटे तक चला। दूसरा सेट भी डेढ़ घंटे बाद टाईब्रेकर की ओर बढ़ रहा था, लेकिन तभी एक ऐसी अनहोनी घट गई, जिसके बाद हर कोई सन्न रह गया। लाल बजरी पर शनिवार रात जो कुछ भी वह अब इस खेल के इतिहास में सदियों याद रखा जाएगा।

ज्वेरेव का पैर टूट गया
दूसरे सेट के दौरान ज्वेरेव बेसलाइन पर गिर गए और पैर का टखना पकड़कर दर्द से कराहने लगे। एक ट्रेनर ज्वेरेव के पास आया और नडाल भी उनके पास पहुंच गए। ज्वेरेव को फिर कोर्ट से व्हीलचेयर पर ले जाया गया। कई मिनट बाद वह बैसाखी के सहारे कोर्ट पर आए और कहा कि उन्हें मैच से रिटायर होना पडे़गा, उन्होंने फिर चेयर अंपायर से हाथ मिलाया और नडाल को गले लगाया।
नडाल ने दिखाई खेल भावना
जब यह सबकुछ हो रहा था, उस दौरान नडाल भी बाएं पैर के दर्द से जूझ रहे थे। मगर अपने प्रतिद्वंद्वि को इस तरह खेल से बाहर जाता देख वह भी मायूस ही होंगे। तभी तो 25 वर्षीय ज्वेरेव को कोर्ट के बाहर तक छोड़ने गए। नडाल भी काफी थके नजर आ रहे थे। इस ग्रैंडस्लैम में उन्होंने दो बार चार से ज्यादा घंटे तक चले मुकाबलों में जीत दर्ज की, जिसमें गत चैंपियन नोवाक जोकोविच के खिलाफ मैच भी शामिल था।
वॉकओवर मिलने से नडाल फ्रेंच ओपन इतिहास में दूसरे सबसे उम्रदराज फाइनलिस्ट बन गए हैं। अब रिकॉर्ड 13 बार के रोलां गैरां चैंपियन नडाल की फाइनल में टक्कर नॉर्वे के कैस्पर रूड से होगी, जिन्होंने दूसरे सेमीफाइनल में अपने से कहीं ज्यादा मजबूत कहे जाने वााले क्रोएशिया के मारिन सिलिच को 2 घंटे 55 मिनट तक चले मैच में हराया। कैस्पर रूड ने मारिन सिलिच को 3-6, 6-4, 6-2, 6-2 से हराकर फाइनल के लिए अपनी सीट पक्की की है। कैस्पर रूड का यह पहला ग्रैंड स्लैम फाइनल है।

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