नीरज को 3 दिन से बुखार आ रहा था, लेकिन उनकी कोविड-19 रिपोर्ट निगेटिव आई थी। वहीं कार्यक्रम स्थल पर बहुत ज्यादा भीड़ होने के कारण कार्यक्रम को जल्दी खत्म कर दिया गया।
ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता नीरज चोपड़ा की तबीयत फिर बिगड़ गई है। चोपड़ा मेडल जीतने के दस दिन मंगलवार को पानीपत पहुंचे। समालखा के हल्दाना बॉर्डर से उनका काफिला गांव खंडरा पहुंचा। खंडरा में बीच स्वागत कार्यक्रम से नीरज को मंच के पीछे से ले जाया गया।

बताया जा रहा है कि तबीयत खराब होने पर परिजन नीरज को अस्पताल लेकर गए हैं। किस अस्पताल ले गए, अभी इसकी जानकारी नहीं मिल पाई है। गौरतलब है कि नीरज को 3 दिन से बुखार आ रहा था, लेकिन उनकी कोविड-19 रिपोर्ट निगेटिव आई थी। वहीं कार्यक्रम स्थल पर बहुत ज्यादा भीड़ होने के कारण कार्यक्रम को जल्दी खत्म कर दिया गया।

टोक्यो ओलंपिक के स्वर्ण पदक विजेता भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा को तेज बुखार है और उनका गला खराब है। हालांकि राहत की बात ये है कि उनका कोरोना टेस्ट निगेटिव आया है। तबीयत खराब होने के कारण ही नीरज शुक्रवार को हरियाणा सरकार की तरफ से आयोजित सम्मान समारोह में हिस्सा नहीं ले पाए थे। वे इस समारोह से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये जुड़े थे। नीरज चोपड़ा के सम्मान समारोहों का सिलसिला थम रहा है। बावजूद इसके उनका दिमाग अगले वर्ष होने वाले राष्ट्रमंडल और एशियाई खेलों की तैयारियों को लेकर ताना-बाना बुन रहा है।

टोक्यो ओलंपिक में सोना जीतने के पूरे 10 दिन बाद नीरज अपने घर खंडरा आए हैं। सुबह नीरज चोपड़ा समालखा पुल के नीचे पहुंचे। गांव खंडरा पहुंचने पर नीरज की गली के बाहर उनका भव्य स्वागत किया गया। इससे पहले स्वागत के लिए सुबह ही खंडरा वासी समालखा पुल के पास पहुंच गए थे। निज्जू के स्वागत के लिए पूरा गांव पलकें बिछाए बैठा था। वहीं नीरज के गांव खंडरा से 5 किलोमीटर पहले गांव खुखराना के लोग चांदी का भाला लेकर नीरज को भेंट करने पहुंचे। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए गांव खंडरा में नीरज के लिए 100 मीटर का स्वागत स्टेज बनाया गया है। स्टेज से 20 मीटर दूरी तक नीरज के सिक्योरिटी गार्ड तैनात रहे। उसके बाद वीआईपी मेहमानों के बैठने का इंतजाम किया गया था।

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