यूपी के दो हजार से ज्यादा बच्चों के लिए योगी सरकार ने खजाना खोल दिया है। इन बच्चों को योगी सरकार लैपटॉप देगी। इसके लिए योगी सरकार ने धनराशि जारी कर दी है।
यूपी के दो हजार से ज्यादा बच्चों के लिए योगी सरकार ने खजाना खोल दिया है। इन बच्चों को योगी सरकार लैपटॉप देगी। इसके लिए योगी सरकार ने धनराशि जारी कर दी है। दरअसल मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के तहत कोविड महामारी के दौरान अपने माता-पिता (या अभिभावकों) को खोने वाले 13,371 बच्चों के लिए पहली छमाही किस्त जारी की है। इस योजना के तहत निराश्रित बच्चों को उनके भरण-पोषण के लिए प्रति माह 4,000 रुपये तक की राशि दी जाती है।
सरकारी आदेश के अनुसार राज्य ने पहले शैक्षणिक वर्ष 2022-23 के लिए दो त्रैमासिक किस्तें-प्रति बच्चा 2,500 रुपये प्रति माह-जारी की थीं। इसके साथ ही 18 वर्ष से कम आयु के सभी बच्चे-जिनके माता-पिता या अभिभावक की मृत्यु 1 मार्च, 2020 के बाद- कोविड-19 के अलावा किसी अन्य कारण से हुई हो, को भी योजना के तहत धनराशि आवंटित की गई है।
इसके अतिरिक्त, 2,217 छात्रों को लैपटॉप प्रदान करने के लिए जिला प्रशासन को धनराशि भी जारी की गई है। इसके अलावा, राज्य ने पांच महिलाओं के लिए विवाह अनुदान भी जारी किया है। 18 से 23 वर्ष की आयु के किशोर जो कोविड या अन्य कारणों से अपने माता-पिता या अभिभावक को खो चुके हैं और उच्च शिक्षा (बारहवीं कक्षा पूरी करने के बाद) कर रहे हैं, उन्हें भी वित्तीय सहायता दी जाती है।
इस बीच, तलाकशुदा (या परित्यक्त) माताओं वाले बच्चों और बाल श्रम, बाल भिक्षावृत्ति या बाल वेश्यावृत्ति से मुक्त हुए बच्चों को भी वित्तीय सहायता प्रदान की जा रही है। इसी तरह, यदि किसी परिवार का मुख्य कमाने वाला सदस्य कारावास में है, तो राज्य उनके बच्चों को भी मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के तहत वित्तीय सहायता प्रदान करता है। इस योजना का लाभ एक परिवार में अधिकतम दो बच्चों को दिया जाता है।