शहर स्थित सरदार पटेल मैदान में सोमवार को डड़सेना कलार समाज का युवक-युवती परिचय सम्मेलन व प्रतिभा सम्मान समारोह हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा और स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल रहे। कार्यक्रम में समाज के कक्षा 10वीं-12वीं के प्रतिभावान 70 से ज्यादा बच्चों को सम्मानित किया गया। शिक्षा, स्वास्थ्य व अन्य क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले समाजिकजनों को डड़सेना गौरव सम्मान से नवाजा गया। कार्यक्रम की शुरुआत उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा, स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल, सांसद संतोष पांडेय, विधायक भावना बोहरा और गौसेवा आयोग के अध्यक्ष विशेषर पटेल ने भगवान सहस्त्रबाहु के तैलचित्र पर पूजा कर की। उपस्थित अतिथियों ने समाज में उत्कृष्ट कार्य करने वाले नागरिकों को डड़सेना गौरव सम्मान से नवाजा। छात्रों को शील्ड, मोमेंटो, प्रमाण पत्र और भगवत गीता भेंट किया गया। ताकि वे अपने जीवन में और भी उच्च शिखर छू सकें। कार्यक्रम में डड़सेना कलार समाज के जिलाध्यक्ष रूपेन्द्र जायसवाल समेत समाज के लोग शामिल रहे।
कलार समाज का इतिहास, सांस्कृतिक धरोहर बहुत ही समृद्ध है: उपमुख्यमंत्री कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि भगवान सहस्त्रबाहु अर्जुन का इतिहास अत्यंत गौरवशाली है। बताया कि बताया कि मध्यप्रदेश से लेकर छत्तीसगढ़ तक कल्चुरी वंश के शासकों ने शासन किया। छत्तीसगढ़ के निर्माण और इतिहास में कल्चुरी वंश का विशेष योगदान रहा है। इस वंश के शासनकाल में छत्तीसगढ़ क्षेत्र में अनेक मंदिरों, किलों और भवनों का निर्माण हुआ था, जो आज भी छत्तीसगढ़ के गौरव का प्रतीक हैं। उन्होंने कहा कि डड़सेना कलार समाज का इतिहास और सांस्कृतिक धरोहर बहुत ही समृद्ध है। खड़ौदा में सामाजिक भवन के लिए 10 लाख देने की घोषणा उपमुख्यमंत्री ने समाज के सभी सदस्यों को एकजुट होकर और अधिक ऊंचाइयों तक पहुंचने की प्रेरणा दी। उन्होंने समाज के मांग पर सहसपुर लोहारा के ग्राम खड़ौदा में समाजिक भवन निर्माण के लिए 10 लाख रुपए की घोषणा की है। साथ ही भगवान सहस्त्रबाहु चौक परमूर्ति स्थापना और सौंदर्यीकरण कार्य के लिए घोषणा की। समाज द्वारा शहर में समाजिक उपयोग के लिए जमीन की मांग की गई। इस पर उपमुख्यमंत्री ने जमीन की उपलब्धता के लिए आश्वासन दिया है। समारोह में सामाजिक पुस्तक का किया गया विमोचन समारोह के दौरान समाज की सामाजिक पुस्तक का विमोचन भी किया गया। इसे समाज के कार्यों और योगदानों का एक महत्वपूर्ण दस्तावेज माना जा रहा है। यह पुस्तक डड़सेना कलार समाज की सामाजिक और सांस्कृतिक यात्रा को संजोने का कार्य करेगी। इसमें समाज द्वारा किए गए विभिन्न प्रयासों, आयोजनों और समाजसेवियों के योगदान को दस्तावेजित किया गया है।

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