राजनांदगांव में नर्सिंग स्टाफ के वॉशरूम में वीडियो बनाने वाले आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। घटना पेंड्री स्थित मेडिकल कॉलेज अस्पताल की है, जहां आरोपी वॉश बेसिन के नीचे मोबाइल रखकर आपत्तिजनक वीडियो बनाता था। नर्सिंग छात्राओं के मुताबिक, 14 जनवरी को मेल आर्थो वार्ड के वॉशरूम में वॉश बेसिन के नीचे मोबाइल फोन देखा। इस वॉशरूम का इस्तेमाल हॉस्पिटल में ट्रेनिंग वाली नर्सिंग स्टूडेंट्स करती हैं। इन्हीं में से एक स्टूडेंट ने यह मोबाइल फोन देखा। हॉस्पिटल का सफाई कर्मचारी है आरोपी पुलिस के मुताबिक, आरोपी हॉस्पिटल का सफाई कर्मचारी है और 2 – 3 सालों से वहां कार्यरत है। छात्राओं की शिकायत के बाद जांच में वॉशरूम में छिपा हुआ मोबाइल फोन भी मिला है। आरोपी ताम्रध्वज मंडावी ने बताया कि वह सफाई कार्य का वीडियो बनाने फोन लेकर वॉशरूम में गया था। प्रबंधन ने मामले को दबाया छात्राओं का कहना है कि प्रबंधन से घटना की शिकायत की गई। बावजूद इसके प्रबंधन ने 2 दिनों तक मामले को दबाए रखा। पुलिस प्रशासन और स्थानीय नेताओं तक पहुंचने के बाद ही लालबाग थाने में एफआईआर दर्ज की गई। विशेष टीम से जांच कराने का दावा हॉस्पिटल के अधीक्षक डॉ. अतुल देशकर ने बताया कि अस्पताल प्रबंधन ने मामले की विभागीय स्तर पर जांच करने विभाग प्रमुख महिला डॉक्टरों की टीम बनाई थी। इसके बाद शुक्रवार को मेटास कंपनी के अफसरों से पूछताछ की गई। कर्मचारियों का उचित वेरिफिकेशन नहीं मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में स्टाफ की कमी के चलते सुरक्षा का टेंडर लेने वाली मेटास कंपनी से ही वार्ड ब्वाय और दूसरे कर्मचारियों की नियुक्ति कराई जा रही है, लेकिन उनका वेरिफिकेशन नहीं किया जा रहा है। कंपनी के काम पर रखने के बाद इन्हें संवेदनशील वार्ड और विभागों में तैनात किया जा रहा है। फोन को भेजा गया फारेंसिक लैब आरोपी के मोबाइल फोन को पुलिस ने फारेंसिक लैब भेज दिया है। जिसकी जांच कर डाटा जुटाया जाएगा। छात्राओं ने आशंका जताया है कि पहले भी इस तरह से वॉशरूम में मोबाइल के कैमरे से वीडियो बनाया गया होगा। मोबाइल की पूरी तरह बारीकी से जांच की मांग छात्राओं ने की है।

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