मेरठ के बहादुरपुर गांव की बेटी अनु ने अपने शानदार प्रदर्शन के कारण ओलिंपिक में जाने का कोटा हासिल किया था। 64 मीटर तक भाला फेंकने की रिकार्ड होल्डर अनु को इसी के आधार पर ओलंपिक में भेजा गया। लेकिन टोक्यो में अनु अपने रिकार्ड से बेहद पीछे रह गईं।
भाला फेंक प्रतियोगिता में भारत की महिला एथलीट अनु रानी (Annu Rani) ओलिंपिक क्वालीफाइंग राउंड को क्लियर नहीं कर पाईं और मुकाबले से बाहर हो गईं। टोक्यो ओलिंपिक में मंगलवार सुबह हुई भाला फेंक प्रतियोगिता में अनु फाइनल के लिए क्वालीफाई नहीं कर सकी हैं। अनु ने 54.04 मीटर तक भाला फेंका, जो ओलिंपिक टॉप 12 लिस्ट के मानकों से भी कम है। इस तरह अनु प्रतियोगिता से बाहर हो गईं। मेरठ की आखिरी उम्मीद अब 20 किलोमीटर पैदल चाल की खिलाड़ी प्रियंका गोस्वामी से बची है।
7 बार अपना रिकार्ड ब्रेक कर चुकी हैं अनु
अनु 7 बार अपना नेशनल रिकार्ड ब्रेक कर चुकी हैं। उम्मीद थी कि अनु ओलिंपिक में पदक भले न लाएं लेकिन अपने रिकार्ड को जरूर ब्रेक करेंगी। अगर अनु आज अपना नेशनल रिकार्ड तक थ्रो कर पाती तो यकीनन वह क्वालीफाइंग की सूची में होती। टोक्यो में अनु अपने नेशनल रिकार्ड से 10 मीटर पीछे छूट गईं।