धमाके इतने तेज थे कि इसके झटके आसपास के नर्मदापुरम जिले के सिवनी मालवा इलाके में भी महसूस किए गए. एक पल को लोगों को ऐसा लगा की भूकंप आ गया है.
हरदा:
मध्य प्रदेश के हरदा शहर में मंगलवार को एक पटाखा फैक्टरी में भीषण आग लगने से 7 लोगों की मौत हो गई और 60 घायल हो गए. फैक्टरी और उसके आसपास कई लोगों के फंसे होने की भी आशंका है. घटना के कुछ वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आए हैं. जिसमें घटनास्थल पर रुक-रुक कर हो रहे धमाके के साथ ऊंची आग की लपटें दिखाई दे रही हैं और लोग खुद को बचाने के लिए भागते हुए नजर आ रहे हैं.
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने घटना के बाद आपात बैठक बुलाई है और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए हैं. उन्होंने बताया कि हरदा से भोपाल के बीच ग्रीन कोरिडोर की व्यवस्था की जा रही है. लगातार राहत-बचाव कार्य पर नजर रखी जा रही है.
एक अधिकारी ने बताया कि राज्य के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने संबंधित अधिकारियों से बात कर घटना के बारे में जानकारी मांगी है. मुख्यमंत्री ने मंत्री उदय प्रताप सिंह, अपर मुख्य सचिव अजीत केसरी और होम गार्ड के महानिदेशक अरविंद कुमार को हेलीकॉप्टर से हरदा पहुंचने का निर्देश दिया. अधिकारी ने बताया कि इंदौर, भोपाल के अस्पतालों और राज्य की राजधानी स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) को आपात स्थिति के लिए आवश्यक व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया है. आग पर काबू पाने के लिए इंदौर और भोपाल से भी दमकल गाड़ियां भेजी गईं. अधिकारी ने बताया कि मुख्यमंत्री ने घटना के संबंध में एक बैठक भी बुलाई है.
मकानों और दुकानों के कांच टूटे
इन धमाकों की आवाज इतनी जोरदार थी कि शहर में दूर-दूर तक मकानों और दुकानों में लगे कांच टूट गए. धमाके के झटके आसपास के नर्मदापुरम जिले के सिवनी मालवा इलाके में भी महसूस किए गए. एक पल को लोगों को ऐसा लगा कि यहां भूकंप आ गया है.
रेसक्यू ऑपरेशन जारी है: डीएम
हरदा के डीएम ऋषि गर्ग ने बताया कि अभी रेसक्यू ऑपरेशन जारी है. इस घटना में 7 लोगों की मौत हुई है, सभी घायलों का इलाज अलग-अलग अस्पतालों में चल रहा है. कुछ घायलों की हालत गंभीर है.
इंदौर से हरदा रवाना हुई 26 एंबुलेंस
राहत और बचाव कार्य में मदद के लिए इंदौर के जिला प्रशासन ने 26 एंबुलेंस और दमकल की 10 गाड़ियों को मौके के लिए रवाना किया. जिलाधिकारी आशीष सिंह ने बताया, ‘‘ हमने 26 एंबुलेंस और दमकल की 10 गाड़ियां हरदा के लिए रवाना की हैं.”उन्होंने बताया कि पटाखा कारखाने में हुए विस्फोट में घायल लोगों को भर्ती करने के लिए इंदौर के अलग-अलग अस्पतालों में करीब 70 बिस्तर आरक्षित किए गए हैं और चिकित्सा अमला इनके इलाज के लिए तैयार है. इंदौर से हरदा करीब 150 किलोमीटर दूर है.