छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में अर्धसैनिक बल के एक शिविर के पास माओवादियों ने मंगलवार को गोलीबारी में सीआरपीएफ की कोबरा ईकाई के एक कमांडो को मार डाला। वह केरल के रहने वाले थे। पुलिस महानिरीक्षक (बस्तर रेंज) सुंदरराज पी ने बताया कि यह घटना चिंतागुफा थाना क्षेत्र के डब्बाकोंटा और पेंटापाड गांवों के बीच शाम साढ़े चार से पांच बजे के बीच हुई, जहां केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल ने हाल ही में एक शिविर लगाया था। आईजी ने कहा कि अतिरिक्त सुरक्षा बलों को मौके पर भेजा गया और आसपास के इलाके में तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि राजधानी रायपुर से करीब 450 किलोमीटर दूर स्थित शिविर में राज्य पुलिस के जिला रिजर्व गार्ड (DRG) और विशेष कार्य बल के कर्मियों को भी तैनात किया गया है। आईजी ने कहा कि जब एक गश्ती दल शिविर के पास क्षेत्र के वर्चस्व अभियान पर निकला था, तो माओवादियों के एक समूह ने गोलीबारी शुरू कर दी, जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गई। उन्होंने कहा कि माओवादी फौरन घने जंगल में भाग निकले।
सुंदरराज ने कहा, “कमांडो बटालियन फॉर रिजॉल्यूट एक्शन (कोबरा) की 202वीं बटालियन से जुड़े हेड कांस्टेबल सुलेमान को गंभीर चोटें आईं। उन्हें पास के भेजाई गांव में सीआरपीएफ के फील्ड अस्पताल में भेज दिया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।” उन्होंने कहा कि शहीद हेड कांस्टेबल मूल रूप से केरल के पलक्कड़ जिले के रहने वाले थे।
पुलिस ने बताया कि इससे पहले दिन में पड़ोसी बीजापुर जिले में संदिग्ध माओवादियों द्वारा लगाए गए प्रेशर इंप्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) में विस्फोट होने से सीआरपीएफ का एक कांस्टेबल घायल हो गया।