Mangalore Blast: कर्नाटक के मंगलुरु में शनिवार (19 नवंबर, 2022) को चलते ऑटोरिक्शा में हुए विस्फोट मामले में अब एक नया खुलासा हुआ है। बताया जा रहा है कि ऐसा ही एक ब्लास्ट कुछ महीने पहले कोयंबटूर में भी हुआ था। मंगलुरु ब्लास्ट का आरोपी शारिक वहां एक शख्स से भी मिला था, पुलिस ने शारिक की पिछले दो महीने की गतिविधियों की जांच की है, जिसमें इस बात का खुलासा हुआ है। पुलिस इस बात का भी पता लगा रही है कि क्या शारिक आईएसआईएस के संपर्क में था।
कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री के सुधाकर ने कहा, “कुछ महीने पहले ऐसी ही एक घटना कोयंबटूर में हुई थी। वहां भी मंदिर के पास विस्फोट करने की योजना बनाई गई थी। यह व्यक्ति एमडी शारिक वहां गया और कोयंबटूर में एक व्यक्ति से मिला। पुलिस ने उसकी पिछले 2 महीनों की गतिविधियों का पता लगाया है।”
उन्होंने कहा कि मामले के एक और एंगल की भी जांच की जा रही है कि क्या मोहम्मद शारिक का अंतरराष्ट्रीय आतंकी संगठनों, प्रतिबंधित संगठनों या स्लीपर सेल से कोई संबंध है। उन्होंने कहा कि ये समूह इस क्षेत्र में सक्रिय हो सकते हैं, क्योंकि इसकी सीमा केरल से लगी हुई है।
के सुधाकर ने आगे कहा कि मंगलुरु विस्फोट का मामला आतंक और हिंसा का कायरतापूर्ण कृत्य है। कर्नाटक सरकार सभी पहलुओं से इसकी जांच कर रही है। उन्होंने कहा कि हादसे का आरोपी ऑटो में यात्रा कर रहा था और खुद को हिंदू दिखाने की कोशिश कर रहा था और उसके पास से फर्जी आधार कार्ड भी मिला है। पुलिस को छानबीन में पता चला कि शारिक शिवमोग्गा से है।
बता दें कि तलाशी में आरोपी मोहम्मद शारिक के घर से आपत्तिजनक सामग्री जब्त की गई है। सूत्रों ने कहा कि इनमें बम में इस्तेमाल होने वाले विस्फोटक और सर्किट भी मिले हैं। शनिवार को मंगलुरु में एक चलती ऑटो-रिक्शा में विस्फोट होने के बाद आग लग गई थी। इस हादसे में ऑटो चालक और एक यात्री भी शामिल था। इस यात्री को ही हादसे का आरोपी बताया जा रहा है। उसकी गोद में एक कुकर था, जो फट गया। कर्नाटक के डीजीपी प्रवीण सूट ने पुष्टि की कि यह घटना सिर्फ एक हादसा नहीं बल्कि एक आतंकी कृत्य था।