महासमुन्द से सटे ग्राम बरोण्डाबाजार में स्व-सहायता समूह की महिलाएं अब बहुत खुश है। क्योंकि समूह के लिए कार्यस्थल (वर्क शेड) सह दुकान का निर्माण समय से पहले ही पूरा हो गया है। क्योंकि पूर्व में उनके कार्य करने हेतु कोई स्थान नहीं था इस कारण उन्हें काफी दिक्कत होती थी। शेड में दो दुकानें भी है। इन दुकानों में जय शीतावर दाई स्व-सहायता समूह द्वारा सिलाई कार्य किया जाता है। तो वही दूसरे दुकान में गायत्री स्व-सहायता समूह की महिलाओं द्वारा बनायी गयी मिट्टी की सामग्री बर्तन व कलाकृति का विक्रय किया जाता है। उक्त निर्माण महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) मद से निर्मित है।
समूह की महिलाओं को दोनों दुकानों के बीच स्थित वर्कशेड में उन्हें अपनी स्थानीय सामग्री बनाने के लिए सुरक्षित पर्याप्त स्थान मिल गया है। उपरोक्त निर्माण सड़क से लगे होने से आसपास शिक्षण संस्थान होने के कारण उनकी सामग्री की बिक्री भी आसानी से हो जाती है। इससे उन्हंे आर्थिक लाभ हो रहा है। उनके जीवन स्तर में भी सुधार आ रहा है। इससे पहले समूह की महिलाएं अपने छोटे घरों में कार्य करती थी। जिससे उन्हें काफी कठिनाई होती थी। इसके अलावा उनके द्वारा बनायी गयी सामग्री बेचने हेतु कोई सुरक्षित स्थान भी नहीं था। किंतु अब उनकी यह दिक्कत दूर हो गयी है।