छत्तीसगढ़ के रायगढ़ में इस साल भी मकर सक्रांति के असवर पर केलो महाआरती का आयोजन किया गया। कार्यक्रम शाम करीब साढ़े 6 बजे शुरू हुई और पूरे विधिविधान व मंत्रोच्चार के साथ केलो नदी की पूजा अर्चना की गई। केलो उद्धार समिति छत्तीसगढ़ सामाजिक मंच के द्वारा केलो महाआरती का यह 8वां साल था। राजापारा समलेश्वरी घाट पर केलो महाआरती के लिए पहले से तैयारियां कर ली गई थी। ओड़िसा व चंद्रपुर में गंगा महाआरती करने वाले पंडितों का समूह भी यहां उपस्थित था और ब्रजेश्वर मिश्रा के साथ पण्डितों के समूह ने पूरी विधिविधान के साथ पूजा अर्चना की। इसके बाद संस्था के सदस्य विनायक षडंगी और उनके साथ राज्यसभा सांसद देवेन्द्र प्रताप, अयोजन सदस्य लक्ष्मी साहू, प्रभात साहू, सत्यप्रकाश शर्मा के साथ अन्य सदस्यों ने मंत्रोच्चार के बीच केलो की महाआरती की। इस दौरान समिति के संयोजक जयंत ठेठवार भी मौजूद थे। केलो में दीपदान भी किया
केलो महाआरती को लेकर घाट स्थल को आकर्षक रूप से सजाया गया था। इस दौरान महिलाआंे व आसपास के लोगों ने मकर सक्रांति के अवसर पर केलो नदी में दीपदान भी किया। सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु
समिति के संयोजक जयंत ठेठवार ने बताया कि केलो महाआरती को लेकर शाम से महिलाएं, पुरूष और बच्चों का आना शुरू हो गया था। शाम 6 बजे तक केलो नदी के मरीन ड्राइव स्थित समलाई मंदिर घाट के पास सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचे थे। इस बार केलो महाआरती देखने ग्रामीण क्षेत्र से भी लोग पहुंचे थे। मरीन ड्राइव में मेला का माहौल
केलो महाआरती को लेकर सैकड़ों की संख्या में लोग यहां पहुंचते हैं। ऐसे में यहां मेला का माहौल बन जाता है। कई दुकानें यहां सज कर तैयार हो जाती है। स्थानीय कलाकरों का भजन संध्या कार्यक्रम भी रखा गया था। जिसे सूनने काफी संख्या में लोग यहां पहुंचे थे।