छत्तीसगढ़ के पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा ने ED की रेड के बाद मीडिया के सामने आकर उन पर हुई कार्रवाई को लेकर बात की। लखमा ने कहा कि – ED ने शराब घोटाले को लेकर सवाल किए हैं लेकिन मैं अनपढ़ आदमी हूं। अधिकारी एपी त्रिपाठी मास्टर माइंड है। त्रिपाठी और ओएसडी जिस कागज में सिग्नेचर करवाते थे मैं कर देता था। कितने करोड़ का घोटाला हुआ मुझको नहीं मालूम मुझे तो एक रुपया नहीं मिला। पूर्व मंत्री कवासी लखमा ने बताया कि उनका और उनके बेटे का मोबाइल ED के अफसर अपने साथ ले गए है। पूर्व मंत्री ने कहा कि शनिवार की सुबह 7 बजे मेरे निवास में ED के अफसर पहुंचे बाकी जगह छापे में क्या मिला, क्या नहीं ,ये मुझे नहीं पता। मेरे यहां से ED के अफसरों को कुछ नहीं मिला एक पैसा एक फूटी कौड़ी भी नहीं मिली। पूरे घर की गाड़ियों की सभी जगह की जांच की। लखमा ने कहा कि हमने पूरा घर ED के अफसरों को सौंप दिया था।उन्होंने मेरे और परिवार की संपत्ति के बारे में जानकारी मांगी। मेरे पास चार एकड़ से ज्यादा जमीन नहीं है। वो भी बाप-दादा के समय की है। मंत्री बनने के बाद हमने कोई जमीन नहीं ली है। नगरीय निकाय चुनाव को प्रभावित करने के लिए मुझे बदनाम करने के लिए ED ने कार्रवाई की है। लखमा ने कहा कि मुझे सम्पत्ति की जानकारी मांगी गई है। मैंने समय मांगा है। पूरी जानकारी उन्हे दूंगा। कवासी लखमा उनके बेटे और करीबियों पर छापा ED ने शनिवार को पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा,बेटे हरीश कवासी समेत उनके करीबी सुशील ओझा और नगर पालिका अध्यक्ष राजू साहू के घर दबिश दी थी। लखमा के रायपुर में धरमपुरा स्थित बंगले में टीम पहुंची थी। यहां से कवासी लखमा के मोबाइल समेत कई दस्तावेज जप्त किए गए हैं। कवासी के करीबी सुशील ओझा के चौबे कॉलोनी स्थित घर में भी ED ने छापेमार कार्रवाई की थी हांलाकि रेड के बाद से ही सुशील ओझा फरार है। सुकमा जिले में हरीश कवासी और नगर पालिका अध्यक्ष राजू साहू के घर पर भी दबिश दी गई थी। यहां से भी दस्तावेज जप्त किए गए हैं। कांग्रेस ने कहा कार्रवाई की वजह निकाय चुनाव छत्तीसगढ़ के पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा, उनके बेटे हरीश कवासी और करीबी सुशील ओझा के घर ED की रेड की वजह कांग्रेस ने निकाय और पंचायत चुनाव को बताया है। कांग्रेस संचार विभाग प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि, वरिष्ठ आदिवासी नेता पर ED की कार्रवाई बीजेपी की दुर्भावना को दर्शाती है। जब-जब छत्तीसगढ़ में चुनाव होते हैं, तब कांग्रेस नेताओं को निशाना बनाया जाता है। प्रदेश में अभी नगरीय निकाय और पंचायत के चुनाव होने वाले हैं। इसलिए ही ED के जरिए विपक्ष के नेताओं का निशाना बनाया जा रहा। शुक्ला ने कहा कि हम लड़ेंगे मुकाबला करेंगे।