UP Viral News : सोशल मीडिया (Social Media) पर वायरल (Viral) हो रहे इस वीडियो पर लोगों ने योगी आदित्यनाथ सरकार (Yogi Adityanath Government) पर कई तरह के सवाल उठाएं हैं।
प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना (Pradhan Mantri Gramin Sadak Yojana) के के तहत उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की लखीमपुर खीरी (Lakhimpur Kheri ) में बनी सड़क का एक वीडियो (Video) सोशल मीडिया (Social Media) पर तेजी से वायरल (Viral) हो रहा है। इस वीडियो में ग्रामीण हाथ से ही सड़क को उखाड़ रहे हैं। सोशल मीडिया पर सामने आए इस वीडियो पर लोग योगी आदित्यनाथ सरकार (Yogi Adityanath Government) पर कई तरह के सवाल उठा रहे हैं।
ग्रामीणों ने हाथ से उखाड़ी सड़क
लखीमपुर खीरी के कुंभी ब्लॉक में सड़क का निर्माण हो रहा था। ऐसे में ग्रामीणों ने अपने हाथों से सड़क तोड़ दी क्योंकि सड़क की क्वालिटी बेहद घटिया थी। इस पूरे मामले पर ग्रामीण काफी गुस्से में हैं। ग्रामीणों का कहना है कि सड़क निर्माण में घटिया सामग्री का उपयोग किया गया है और इस मामले में ठेकेदार और संबंधित अधिकारियों पर कठोर कार्रवाई की जाए।
कांग्रेस ने बोला हमला
UP कांग्रेस ने यह वीडियो शेयर कर बीजेपी पर हमला बोला। कांग्रेस ने लिखा,”लखीमपुर खीरी में ‘प्रधानमंत्री सड़क योजना’ के अंतर्गत बन रही यह सड़क कई जन्मों तक चलने के लिये है, मगर लोगों के मज़बूत हाथों और सरकार को बदनाम करने की नियति ने इसे कमज़ोर साबित किया है। वीडियो देखिये! मगर इसे भ्रष्टाचार का उदाहरण मत बता दीजियेगा”
वायरल वीडियो पर भड़क गए सोशल मीडिया यूजर्स
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस वीडियो को देखकर लोग भड़क गए। कुछ लोगों ने आरोप लगाया कि सरकार भ्रष्टाचार में लिप्त है तो वहीं कांग्रेस ने भी इस वीडियो को शेयर कर योगी आदित्यनाथ सरकार पर कटाक्ष किया है।अभिषेक नाम के एक ट्विटर ने लिखा – उत्तर प्रदेश में फिर हाथों से उखड़ गई सड़क….तेजी से विकास का रिजल्ट ऐसा होता है क्या? धर्मेंद्र नाम के यूज़र द्वारा कमेंट किया गया – सड़क है या रजाई का लिहाफा, डबल इंजन की सरकार, फिर भी यह हाल। शुभम त्रिपाठी नाम के एक यूज़र ने लिखा कि सुशासन का दावा करने वाले यह वीडियो नहीं देख रहे हैं क्या?
पीडब्ल्यूडी ने दी ऐसी जानकारी
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद संबंधित विभाग और अधिकारियों में हड़कंप मच गया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इस मामले पर पीडब्ल्यूडी (PWD) के अधिकारी ने कहा कि इस रोड की लंबाई 11 किलोमीटर की है, जिसमें ठेकेदार ने 200 मीटर तक का काम किया है। ऐसे में जब विभाग को पता चला कि काम ठीक से नहीं हो रहा है तो विभाग की तरफ से ठेकेदार को काम करने के लिए मना कर दिया गया था।