श्रमिक परिवारों को जिले में स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसरों देने के लिए महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना मील का पत्थर साबित हुई है। वर्ष 2019 से अब तक जिले में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजनान्तर्गत जिले के विभिन्न ग्राम पंचायतों के 1 लाख 7 हजार 917 एक्टिव जॉब कार्डधारी परिवारों को रोजगार उपलब्ध कराया गया है। साथ ही जिले में 1 लाख 92 हज़ार 969 सक्रिय पंजीकृत श्रमिक हैं। जिले में गत 36 माह में 281 करोड़ रूपये का मनरेगा श्रमिकों को भुगतान किया गया है। मनरेगा के तहत बीते 03 वर्षों में 19 हज़ार 642 रोजगार मूलक निर्माण कार्य कराए गए हैं।

 

 

इस वित्तीय वर्ष में मनरेगा के तहत 66 करोड़ 46 लाख रुपये का मजदूरी भुगतान किया गया है और 2 हज़ार 525 परिवारों को 100 दिवस का रोजगार उपलब्ध कराया गया। नवंबर महीने तक 32 लाख 94 हजार मानव दिवस सृजित किया गया है। कोविड-19 के लॉकडाउन के वक्त जब सभी काम-धंधे बंद थे, इस दौरान प्रवासी श्रमिकों को भी रोजगार सुलभ कराया गया। जिले में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजनांतर्गत नवीन पंचायत भवन सह पीडीएस, नहर मरम्मत, फसलों के लिए भूमि सुधार, पक्के आश्रय स्थल, आंगनबाड़ी केन्द्र भवन निर्माण, धान संग्रहण चबूतरे, डबरी निर्माण, कुंआ निर्माण, नहर लाईनिंग, पौधरोपण, प्रधानमंत्री आवास निर्माण, गौठान एवं चारागाह, शेड और एसएलडब्ल्यूएम सेंटर, सीपीटी, चेक डेम निर्माण आदि रोजगारमूलक कार्य किये गए हैं। इन सभी अधोसंरचना विकास कार्यों के जरिये स्थायी परिसंपत्ति का निर्माण होगा, जिससे ग्रामीण ईलाकों में विकास को बढ़ावा मिलेगा।

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