छत्तीसगढ़ के कोंडागांव नगरपालिका के वार्डों में आरक्षण के बाद अध्यक्ष पद को पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित कर दिया गया है।इससे सामान्य वर्ग के नेताओं की अध्यक्ष बनने की उम्मीदें खत्म हो गई हैं, और अब वे वार्ड पार्षद बनने के विकल्प तलाश रहे हैं। पहले जहां पार्षदों की भूमिका अध्यक्ष चुनने में अहम होती थी, अब अध्यक्ष का चुनाव सीधे जनता के मत से होगा, जिससे पार्षदों का प्रभाव पहले जैसा नहीं रहेगा। सामान्य वर्ग के पार्षद अब नगर के उपाध्यक्ष पद के लिए वार्डों की तलाश में जुट गए हैं, ताकि अध्यक्ष न बन पाने की स्थिति में वे उपाध्यक्ष की कुर्सी हासिल कर सकें। भाजपा के संभावित दावेदार
पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित होने के बाद अध्यक्ष पद पर भाजपा से कई दावेदार उभरकर सामने आए हैं। इनमें मनीष देवांगन, रिटायर्ड रेंजर महेंद्र यदु, पूर्व भाजपा पार्षद कुबेर देवांगन, कर्मचारी-अधिकारी फेडरेशन के जिला अध्यक्ष नीलकंठ शार्दुल, भारत जैन और गामा जायसवाल शामिल हैं। कांग्रेस के संभावित दावेदार
इधर, कांग्रेस से भी कई नाम अध्यक्ष पद की दौड़ में हैं। इनमें पूर्व पालिका अध्यक्ष वर्षा यादव, अधिवक्ता नरेंद्र देवांगन, जेपी यादव, तरुण देवांगन, हेमा देवांगन, शिल्पा देवांगन और पूर्व पार्षद उमेश साहू का नाम प्रमुख है।