जैसलमेर। राजस्थान में अनेक ऐसे महापुरूष हुए, जिन्होंने मानव देह धारण कर अपने कर्म और तप से यहां के लोक जीवन को आलोकित किया। उनके चरित्र, कर्म और वचनबद्धता से उन्हें जनमानस में लोक देवता की पदवी मिली और वे जन−जन में पूजे जाने लगे। ऐसे ही लोकदेवताओं में बाबा रामदेव हैं, जिनका प्रमुख मंदिर जैसलमेर जिले के रामदेवरा में है, जो सद्भावना की जीती जागती मिसाल है। हिन्दू समाज में वे “बाबा रामदेव” एवं मुस्लिम समाज में “रामसा पीर” के नाम से पूजनीय हैं।

राजस्थान में पोकरण से क़रीब 12 किलोमीटर दूर रामदेवरा में मध्यकालीन लोक देवता बाबा रामदेव के दर्शन करने आते हैं। बाबा रामदेव को कृष्ण भगवान का अवतार माना जाता है। उनकी अवतरण तिथि भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष द्वितीया को हैं। रामदेवरा मेला 20 अगस्त को शुरू होता है। यह मेला एक महीने से अधिक चलता है। वैसे बहुत से श्रद्धालु भाद्र माह की दशमी यानी 28 अगस्त को रामदेव जयंती पर रामदेवरा अवश्य पहुँचना चाहते हैं। लेकिन कोरोना महामारी के चलते मेला नहीं लगेगा।

रामदेवरा मेला

साल में दो बार रामदेवरा में भव्य मेलों का आयोजन किया जाता है। शुक्ल पक्ष में तथा भादवा और माघ में दूज से लेकर दशमी तक मेला भरता है। भादवा के महिने में राजस्थान के किसी सड़क मार्ग पर निकल जाएं, सफेद रंग की या पचरंगी ध्वजा को हाथ में लेकर सैंकड़ों जत्थे रामदेवरा की ओर जाते नजर आते हैं। इन जत्थों में सभी आयु वर्ग के नौजवान, बुजुर्ग, स्त्री−पुरूष और बच्चे पूरे उत्साह से बिना थके अनवरत चलते रहते हैं। बाबा रामदेव के जयकारे गुंजायमान करते हुए यह जत्थे मीलों लम्बी यात्रा कर बाबा के दरबार में हाजरी लगाते हैं। साथ लेकर गये ध्वजाओं को मुख्य मंदिर में चढ़ा देते हैं। भादवा के मेले में महाप्रसाद बनाया जाता है। यात्री भोजन भी करते हैं और चन्दा भी चढ़ाते हैं। यहां आने वालों के लिए बड़ी संख्या में धर्मशालाएं और विश्राम स्थल बनाये गये हैं। सरकार की ओर से मेले में व्यापक प्रबंध किये जाते है। रात्रि को जागरणों के दौरान रामदेवजी के भोपे रामदेवजी की थांवला एवं फड़ बांचते हैं।

रामदेवरा का प्रसिद्ध मेला जो 7 से 17 सितंबर भादवा सुदी द्वितीया से लेकर ग्यारस तक प्रस्तावित मेला नहीं भरेगा। पोकरण उपखंड अधिकारी व रामदेवरा मंदिर समिति की संयुक्त बैठक में कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए ये निर्णय लिया गया। पोकरण उपखंड अधिकारी ने मेला स्थगित करने के आज आदेश भी जारी कर दिए। इन आदेशों में श्रद्धालुओं से घर पर ही पूजा अर्चना करने की अपील की गई हैं। आपको बता दे कि राजस्थान के प्रमुख मेलो में से एक है रामदेवरा का मेला जिसमे देशभर से लाखों श्रद्धालु आते हैं।

 

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