छत्तीसगढ़ में कथित शराब घोटाला मामले में पूर्व मंत्री कवासी लखमा की गिरफ्तारी के बाद सियासी बयानबाजी जारी है। इस मामले में डिप्टी सीएम अरुण साव का भी बयान सामने आया है। अपने विधानसभा क्षेत्र लोरमी में अरुण साव ने कहा कि पूर्व कांग्रेस सरकार के दौरान शराब दुकानों में दो काउंटर चलते थे, जिसकी जानकारी प्रदेश के हर गांव और गली के लोगों को थी। उन्होंने बताया कि नकली होलोग्राम लगाकर शराब बेची जा रही थी, जो छत्तीसगढ़ के आम बच्चे को भी पता था। कौन दस्तखत करवाता था जांच में सामने आया – साव कवासी लखमा द्वारा खुद को अनपढ़ बताए जाने के बयान पर डिप्टी सीएम ने कहा कि जांच में यह भी सामने आएगा कि उनसे कौन दस्तखत करवाता था और कौन उन्हें इसके लिए बाध्य करता था। उन्होंने स्पष्ट किया कि मंत्री के रूप में किए गए दस्तखत की जवाबदेही कवासी लखमा की ही होगी। घोटाले में शामिल सभी लोगों पर होगी कार्रवाई – साव साव ने यह भी कहा कि 2000 करोड़ के इस शराब घोटाले में शामिल सभी लोगों पर ईडी कार्रवाई करेगी। इस बीच, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भाजपा और जांच एजेंसी पर आरोप लगाए हैं, जिससे मामला और भी गरमा गया है।