वन मंडलाधिकारी एवं प्रबंध संचालक जिला यूनियन कवर्धा श्री चूड़ामणि सिंह (भा.व.से.) ने कुकदुर वन विश्राम गृह में तीन दिवसीय शहद प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ दीप प्रज्जवलित कर किया। उन्होंने शिविर के उद्देश्य के बारे में समझाते हुए बताया कि यह शिविर तीन दिवस का है। नवीन तकनीक से शहद संग्रहण करने पर हमें सतत् शहद प्राप्त होता रहेगा तथा मधु-मक्खियों की संख्या में भी वृद्धि होती रहेगी। उन्होंने बताया कि हमारे पर्यावरण संतुलन के लिए जैव विविधता होना अत्यंत आवश्यक है।
उन्हांने उपस्थित प्रशिक्षार्थियां को विज्ञान केन्द्र दत्तपुर वर्धा (महाराष्ट्र) से आए हुए प्रशिक्षक दल जिसमें श्री धनंजय भट्ट (प्रकल्प समन्वयक), श्री चन्द्रेशखर सोनटक्के (मुख्य प्रशिक्षक) एवं श्री चेतन सोनटक्के (प्रशिक्षक) से शहद का विनाश विहीन विदोहन संग्रहण प्रक्रिया को मौके पर अच्छी ढंग से समझने पर बल देते हुए कहा कि इससे आपकी आय में वृद्धि होगी। शुद्ध एवं वाईल्ड शहद जनता को उपलब्ध होगा अधिक-से-अधिक शहद संग्रहण करने पर तथा लाभ में बिक्री होने पर संग्राहकों को बोनस भी दिया जाएगा। शिविर में शहद उत्पादन क्षेत्रों के 95 हितग्राही (चयनित) तथा श्री जे.एस. चैहान, उप प्रबंध संचालक जिला यूनियन कवर्धा, श्री जे.एस. मेरावी, उप वनमंडलाधिकारी पंडरिया, श्री अंकित पाण्डेय, वन परिक्षेत्राधिकारी पंडरिया-पश्चिम, श्रीमती पूर्णिमा राजपुत, वन परिक्षेत्राधिकारी पंडरिया-पूर्व, श्री शोएब खान, शहद मैनेजर, शहद प्रसंस्करण केन्द्र बोड़ला, श्री अभिषेक श्रीवास्तव, इंटर्न (प्रसंस्करण), कु.डामिनी साहू, इंटर्न (संग्रहण) एवं प्राथमिक लघु वनोपज सहकारी समिति के प्रबंधक श्री रामाधार लहरे (पंडरिया), श्री सियाराम धुर्वे (कुकदुर), श्री फरमान उल्ला खान (बोड़ला), श्री उमेंद सिंह मेरावी (सिंघारी), श्री मिथुन वार्ते (खड़िया) तथा आसपास के सरपंच व पंच उपस्थित थे

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