कानपुर हिंसा के मुख्य आरोपित हयात जफर हाशमी के दो और करीबियों समेत पांच इमारतें सोमवार को सील कर दी गईं। अब इलाके के थानेदार सील इमारतों की निगरानी करेंगे ताकि दोबारा निर्माण कार्य शुरू न हो सके।
कानपुर हिंसा के मुख्य आरोपित हयात जफर हाशमी के दो और करीबियों समेत पांच इमारतें सोमवार को सील कर दी गईं। केडीए की प्रवर्तन टीम ने अनवरगंज की फूलवाली गली में दो तो स्वरूपनगर में तीन अवैध निर्माण पर कार्रवाई की। अब इलाके के थानेदार सील इमारतों की निगरानी करेंगे ताकि दोबारा निर्माण कार्य शुरू न हो सके। शहर में तीन जून को हुई हिंसा के बाद आरोपितों के अवैध निर्माणों पर ध्वस्तीकरण से लेकर सील करने की कार्रवाई हो रही है।
सोमवार दोपहर पौने तीन बजे विकास प्राधिकरण के ओएसडी अवनीश सिंह की अगुवाई में प्रवर्तन टीम सबसे पहले अनवरगंज फूलवाली गली पहुंची। यहां बिना नक्शे के बन रहीं राशिद सिद्दीकी और सूफियान बेग की बिल्डिंगों को सील कर दिया। राशिद भूतल के अलावा चौथी मंजिल बनवा रहे थे। केडीए ने इन्हें नोटिस जारी किया था, इसके बाद भी उन्होंने न तो नक्शा पास कराया और न ही अपना पक्ष रखा। यहीं सूफियान भी बिना नक्शा पास के निर्माण करा रहे थे। पुलिस का मानना है कि राशिद और सूफियान की इन इमारतों में हयात का पैसा लगने का शक है, जांच के बाद इसका खुलासा किया जाएगा।
इसके बाद टीम स्वरूपनगर पहुंची। मकान नंबर 7/107 सी के मालिक संजीव अग्रवाल ने केडीए से नक्शा तो पास करा रखा था पर इसके विपरीत निर्माण करा रहे थे। 7/110 पार्ट में कमल रहेजा बिना नक्शा पास कराए निर्माण करा रहे थे। 7/214 में सीमा जैन बिना नक्शा पास कराए निर्माण करवा रही थीं। केडीए से इन्हें नोटिस जारी किया था। इसके बावजूद निर्माण हो रहा था, ऐसे में केडीए अफसरों ने तीनों इमारतें सील कर दीं।
डीसीपी पूर्वी प्रमोद कुमार ने बताया कि अनवरगंज में सील की गईं दो इमारतों में हयात जफर के कनेक्शन होने का शक है। इसमें मुख्य आरोपित का पैसा लगा होने का शक है। इस बिंदु पर जांच की जाएगी। एसआईटी भी जांच-पड़ताल करेगी।