बीजापुर के पत्रकार मुकेश चंद्राकर हत्याकांड मामले की जांच के लिए IPS मयंक गुर्जर के नेतृत्व में 11 सदस्यीय टीम गठित की गई है। प्रदेश के डिप्टी सीएम और गृहमंत्री विजय शर्मा ने इस घटना को लेकर हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि SIT अपनी जांच रिपोर्ट 3 हफ्ते में सौंपेगी और चौथे हफ्ते में चालान पेश किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस मामले में 3 लोगों को हिरासत में लिया गया है जबकि एक आरोपी सुरेश चंद्राकर फरार है। जिसकी जल्द गिरफ्तारी की जाएगी। उन्होंने सुरेश चंद्राकर का नियुक्ति पत्र दिखाते हुए बताया कि वो कांग्रेस नेता है। और उसे अक्टूबर 2023 में ही जिले का प्रभारी बनाया गया था। सुरेश चंद्राकर कांग्रेस का नेता है, इसे झुठलाया नहीं जा सकता। उन्होंने बताया कि पत्रकार मुकेश की हत्या में कांग्रेस नेता सुरेश चंद्राकर के रिश्तेदार रितेश चंद्राकर सहित अन्य को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। बैंक खाते होल्ड किए गए उन्होंने बताया कि सुरेश चंद्राकर के तीन बैंक खातों को होल्ड किया गया है।अन्य खातों को भी होल्ड किया जाएगा। साथ ही उनके अवैध निर्माण पर भी कार्रवाई शुरू हो गई है। 4 टीमें सुरेश चंद्राकर को गिरफ़्तार करने के लिए भेजी गई है। मामले का स्पीड ट्रायल कराया जायेगा, 3 से चार 4 में चालान पेश कर न्यायालय से जल्द सजा का आग्रह सरकार करेगी।पुलिस की टीम जाँच के लिए बना दी गई है। कांग्रेस नेताओं के अपराधिक मामले गिनाए डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने बलौदा बाजार, सूरजपुर और बालोद समेत कई बड़ी घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि कांग्रेस के नेता ही हर अपराध में क्यों संलिप्त है। उन्होंने कहा कि नवबंर 2021 में दामाखेड़ा में पंत प्रकाश मुनि साहब के निवास पर कांग्रेस के नेता ने उद्दंडता मचाई। रायपुर जेल के बाहर फायरिंग में शेख शाहनवाज कांग्रेस का ही नेता निकला जो उत्तर विधानसभा से युथ कांग्रेस का अध्यक्ष था। जून 2023 में युवक कांग्रेस के शेरू अशलम नाम मे नेता का वीडियो सामने आया था। विजय शर्मा ने कहा कि मैं यह नही कह रहा कि हर एक कांग्रेसी अपराधी है लेकिन हर अपराध में कांग्रेस के नेता ही क्यों निकल रहे है। शर्मा बोले – मैं मुकेश के सम्पर्क में था प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान डिप्टी सीएम ने कहा कि मुकेश चंद्राकर के साथ जो कुछ हुआ वह भयावह है। हम मानते है कि इस मामले में कड़ी कार्रवाई हो। उन्होंने कहा कि मैं नियमित रूप से मुकेश चंद्राकर से लगातार संपर्क में रहता था। क्योंकि वे जंगलो में अंदर तक जाकर नक्सलियों का इंटरव्यू करके आते थे।बस्तर में लाल आतंक को खत्म करने का जो काम चल रहा है उसमें मुकेश का सहयोग मिलता था। पत्रकार सुरक्षा कानून को लेकर पत्रकारों से ही चर्चा प्रदेश में पत्रकार सुरक्षा कानून के मसले पर डिप्टी सीएम ने कहा कि इस पर पत्रकारों के साथ चर्चा की जाएगी। और फिर उस प्रस्ताव को मुख्यमंत्री को दिया जाएगा, इसके बाद आगे उस दिशा में सरकार कार्रवाई करेगी।पिछली सरकार में जो पत्रकारों पर FIR हुई है उसकी जानकारी कलेक्टर को दें कलेक्टर को और वापस लेने योग्य मामलों को वापस लिया जाएगा।

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